जी हां वरिष्ठ नागरिक केसरी क्लब का कम्पीटीशन अब ग्लोबल कम्पीटीशन हो गया है। यह कम्पीटीशन हमारे वरिष्ठ नागरिकों को इस समय अकेलेपन और अवसाद से दूर रखने और एक्टिव एवं व्यस्त रखने के लिए है। एक तरह की एक्ससाइज ही है और हमारा हमेशा यह मानना है कि व्यस्त रहो, मस्त रहो। भारत की 23 ब्रांचों से लोग हिस्सा ले रहे हैं। चारों तरफ धूम मची हुई है। ऐसा अनूठा मनोरंजक कम्पीटीशन कभी पहले किसी ने नहीं देखा, जिस प्रतियोगिता में साहस है, लगन है, उत्साह है, जुनून है। सजने-संवरने, कुछ कर दिखाने या अपनी छुपी हुई चाहत, हसरत या टैलेंट को दिखाने का। कोई माधुरी दीक्षित है, कोई हेमा मालिनी, कोई पुराने हीरो-हिरोइन हैं तो कोई देशभक्ति का संदेश दे रहा है, कोई प्यार का, कोई कोरोना से निपटने का। हम हमेशा यही देख रहे हैं कि बहुत से फिल्म एक्टर सैलीब्रिटीज कोरोना के मुश्किल समय में और लॉकडाउन में लोगों का हौंसला बनाए रखने के लिए गीत गा रहे हैं, सुर से सुर और ताल से ताल मिला रहे हैं। इसी तरह हमारे वरिष्ठ नागरिक केसरी क्लब के लोग अपना हौंसला और साहस दिखा रहे हैं। साथ ही साथ लोगों का साहस भी बढ़ा रहे हैं। उनके परिवार वाले मिलकर उनकी वीडियो बना रहे हैं। इतना जबरदस्त कम्पटीशन है कि पूछो मत। मुझे अपनी, प्यारी भांजी तनिशा वडेरा की पंक्तियां याद आ जाती है :
No one can sing YOUR SONG
No one can write YOUR BOOK
You are the author of YOUR own DESTINY
If you don’t like where you are in life!
Move!! You are not a tree…
Just take the first step
the power is within you so never give up
जब वीडियो आती है तो मैं भी हैरान, परेशान होकर सोचती हूं कि क्या हमारे में ऐसी उम्र में इतना दम रहेगा।
ऐसे कम्पीटीशन के लिए भई मेरे बस की बात तो नहीं थी कि मैं जजमैंट करूं या मेरी उम्र के कोई लोग। इन खास प्रतियोगियों के लिए कुछ खास टैलेंटेड लोग ही चाहिएं थे, जो इनकी जजमैंट कर सकें। वो भी वो टैलेंटेड जो खुद टैलेंट से युक्त हों। इनकी भावना, जज्बात, हिम्मत और उम्र को समझें। मेरे चारों तरफ बहुत से लोग दिखे जिन्हें मैं जजेस बना सकती थी, परन्तु मन नहीं मान रहा था क्योंकि वरिष्ठ नागरिकों में हमेशा विश्वास भरती हूं कि आप किसी से कम नहीं। आप बुजुर्ग नहीं अनुभवी हो, ऐज इज ओनली नम्बर आदि।
तो सोचा क्यों नहीं इनके यंग टैलेंटेड जजेस बनाए जाएं जो अपने आप में भी नाम हों और जिनकी जजमैंट से इनमें और खुशी आ जाए, इनकी हिम्मत भी बढ़ जाए। क्या फील हो रहा है उनके लिए जजमेंट मुश्किल है या आगे आने वाला समय इन जजेस की मुश्किल को देखकर बहुत ही रोचक होने वाला।
देखते हैं कौन बनेगा स्टार, कौन बनेगा ब्रांड एम्बेसडर, किसको मिलेगा माधुरी दीक्षित का खिताब, कौन से मियां-बीवी सफलता की सीढ़ी चढेंगे, कौन मात देगी पुरानी हिरोइन मधुबाला, योगिता बाली को, कौन अपनी उम्र को मात देगा, कौन किशोर कुमार, कौन मोहम्मद रफी को। क्योंकि मेरे लिए तो सभी फस्र्ट हैं, इसलिए इस मुश्किल काम के लिए आपको मिलाती हूं टैलेंटेड जजेस से, 2 सुपर जजेस लड़कियों और लडक़ों की अलग टीम हैं। आखिर में ये अपनी जजमेंट इकट्ठी शेयर करेंगे औ 2 सुपर जज प्रसिद्ध गायक, सांसद हंसराज हंस और प्रसिद्ध गायक जस्सी तथा शंकर साहनी होंगे, जो अंतिम फैसले को स्वीकृति देंगे।