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घातक होता लव जिहाद

यजुर्वेद कहता है-हे नारी! तुम पृथ्वी की तरह मजबूत हो और उच्च स्थान पर हो। इस दुनिया को बुराई और हिंसा के मार्ग से बचाओ, लेकिन जिस नृशंस तरीके से बल्लभगढ़ में परीक्षा देकर घर लौट रही छात्रा निकिता की सिरफिरे आशिक ने उसके सिर में गोली मार कर हत्या कर डाली,

यजुर्वेद कहता है-हे नारी! तुम पृथ्वी की तरह मजबूत हो और उच्च स्थान पर हो। इस दुनिया को बुराई और हिंसा के मार्ग से बचाओ, लेकिन जिस नृशंस तरीके से बल्लभगढ़ में परीक्षा देकर घर लौट रही छात्रा निकिता की सिरफिरे आशिक ने उसके सिर में गोली मार कर हत्या कर डाली, उससे साफ है कि बेटियां हर जगह असुरक्षित हैं। हाथरस हो या होशियारपुर, बाराबंकी हो या हरियाणा का बल्लभगढ़, सभी जगह महिलाओं के साथ अत्याचार हुए हैं। शिक्षित महिलाएं भी दुष्टों के छल को ध्वस्त नहीं कर पा रहीं। आपराधिक तत्वों ने सड़क पर कार खड़ी कर बिना किसी बाधा के छात्रा का कालेज से निकलने का बाकायदा इंतजार किया और लोगों की आवाजाही के बीच उसका अपहरण करने की कोशिश की। जब लड़की ने विरोध जताया तो उसने वहां मौजूद लोगों के सामने गोली मारकर हत्या कर दी। सरेआम हुई हत्या के पीछे अपराधियों के बेखौफ होने के सिवा और क्या कारण हो सकते हैं। अब मुख्य आरोपी के परिवार की राजनीति में अच्छा खासा प्रभाव होने की बात सामने आई और यह भी पता चला कि वह आपराधिक घटनाओं में पहले भी लिप्त रहा है। 
यह हत्याकांड एक तरफा प्रेम का परिणाम है या लव जिहाद की साजिश। अब यह भी खुलासा हुआ है कि मुख्य आरोपी तौसीफ शुरूआत में राहुल राजपूत बनकर निकिता से मिलता था। असलियत सामने आने पर निकिता ने उससे दूरी बना ली थी। आरोपी तौसीफ आैर उसकी मां भी निकिता पर धर्म परिवर्तन करने के लिए दबाव बना रही थी। लव जिहाद या रोमियो जिहाद किसी भी गैर धर्म पुरुष द्वारा किसी भी गैर धर्म की महिला के साथ प्रेम का ढोंग रचकर जबरन धर्म परिवर्तन कराने की प्रक्रिया है। यह अवधारणा 2009 में भारत में राष्ट्रीय स्तर पर पहली बार केरल और उसके बाद कर्नाटक में ध्यानाकर्षण की ओर बढ़ी। केरल हाईकोर्ट ने तो एक फैसले में लव जिहाद को सत्य पाया था। अदालत ने लव जिहाद मामलों में दो अभियुक्तों की जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा था कि पिछले चार वर्षों में इस तरह के तीन-चार हजार मामले सामने आए हैं। पिछले कुछ वर्षों से ​विभिन्न हिन्दू, सिख, ईसाई संगठनों ने लव जिहाद को लेकर चिंता जताई थी। यह अवधारणा कई लोगों के लिए राजनीतिक विवाद और सामाजिक चिंता का स्रोत बनी हुई है। आखिर यह कैसा प्यार है जो अपने ही प्यार की जान को लील लेता है। यह किस तरह का प्रेम है कि अपने ही प्रेम को मिनटों में खून से लथपथ कर देता है। काश! जब तौसीफ ने कुछ वर्ष पहले निकिता का अपहरण कर लिया था तब पुलिस को संवेदनशील होना चाहिए था। पुलिस ने अपहरण जैसी वारदात के बाद दोनों परिवारों में समझौता करा दिया, क्या यह आरोपी को शह देने का काम नहीं था। लड़की का परिवार भी बदनामी के डर से मामला रफा-दफा करने को मजबूर हुआ। लव जिहाद कट्टरपंथी विचारधारा के कारण उपजा। कट्टरपंथी विचारधारा को अन्तर्राष्ट्रीय फंडिंग से विस्तार दिया जा रहा है।
कट्टरपंथियों ने अपने समाज के बच्चों के दिमाग में जहर भर दिया कि अगर आप किसी एक का भी धर्म परिवर्तन कराने में सफल होते हैं तो इसका सवाब (पुण्य) बेहद ज्यादा होता है और आप सीधे जन्नत के हकदार हो जाते हैं। कई मामले सामने आए हैं कि मुस्लिम युवक हिन्दू नाम रखकर इसी कोशिश में निकल पड़े हैं, कुछ झूठ फरेब का सहारा लेकर सफल हो जाते हैं, कुछ नाकाम हो जाते हैं। कुछ लोग मेवात को कट्टर इस्लाम की प्रयोगशाला बनाना चाहते हैं। लव जिहाद के नाम पर चल रहा मजहब बदलने का खेल अब खूनी रंग ले चुका है। जिहादी गैंग रोज हिन्दू बेटियों को कत्ल कर रहा है।
बेटियां अगर धर्म नहीं बदलेंगी तो क्या उन्हें मार ​डाला जाएगा। निकिता पढ़ाई में हमेशा अव्वल थी, वह बड़ा अफसर बनना चाहती थी, लेकिन आरोपी ने उसके सपनों का कत्ल कर दिया। विश्व हिन्दू परिषद ने पिछले दिनों लव जिहाद के कई मामलों का ब्यौरा दिया था।​ विहिप ने संज्ञान में आए 170 मामलों की सूची पेश करते हुए समाज से अपील की है कि वह ऐसी घटनाओं के प्रति चौकन्ना रह कर उन्हें रोकने के संविधान सम्मत कदम उठाए। विहिप तो केन्द्र सरकार से इस संबंध में कानून बनाने की मांग कर रही है। अगर हमने अपनी बेटियों काे सुरक्षित रखना है तो भारत को फ्रांस की तरह स्टैंड लेना हाेगा।
फ्रांस में कट्टरपंथी इस्लाम से प्रभावित लोगों द्वारा कई लोगों की हत्याएं की गई हैं। हाल ही में एक युवक ने एक शिक्षक को मार डाला। इसके बाद फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों  खुलकर कट्टरपंथियों के सामने आ गए हैं। उन्होंने फैसला किया है कि वह कट्टरपंथी इस्लाम को अपने देश में बर्दाश्त नहीं करेंगे। फ्रांस कुछ कट्टरपंथियों को देश से निष्कासित भी करेगा।
देश को अब कट्टरपंथी विचारधारा के सामने डटकर खड़ा होना होगा अन्यथा भारतीय संस्कृति और संस्कारों में बहुत नुक्सान होगा। निकिता काे इंसाफ मिलना ही चाहिए। पश्चिमी देशों की संस्कृति के साथ जीत की कोशिश करने वालों को धोखा ही मिलता है। अभिभावकों को अपनी बेटियों को भारतीय संस्कारों की सीख देनी चाहिए। लव जिहाद जैसी बीमारी का जड़ से खात्मा होना भी बहुत जरूरी है।
आदित्य नारायण चोपड़ा
Adityachopra@punjabkesari.com

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