अभी जिन विधानसभा की सात सीटों पर उपचुनाव हुए थे उनमें उत्तर प्रदेश की घोसी सीट के अलावा प. बंगाल की धूपगुड़ी, केरल की पुथुपल्ली, उत्तराखंड की बागेश्वर, झारखंड की डुमरी व त्रिपुरा की बोक्सानगर व धनपुर सीटें शामिल हैं। इनमें से तीन सीटें (बागेश्वर, धनपुर व बोक्सानगर ) भाजपा की झोली में गई हैं और शेष चार सीटें इंडिया के गठबन्धन दलों को मिली हैं। इन सभी में से उत्तर प्रदेश की घोसी सीट का महत्व सबसे ज्यादा है क्योंकि उत्तर प्रदेश में भाजपा के नेता योगी आदित्यनाथ की सरकार है। योगी जी की सरकार को बहुत मजबूत सरकार माना जाता है और समझा जाता है कि जिस तरह प्रशासनिक व सामाजिक स्तर पर योगी जी ने अपनी पकड़ राज्य के मतदाताओं पर बनाई हुई है उसमें ढीलापन आ गया है। घोसी सीट श्री अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी ने जीती है जिसे कांग्रेस व इंडिया के अन्य दलों का पूरा समर्थन प्राप्त था। यह चुनाव 'इंडिया' ने भाजपा के एनडीए के खिलाफ जीता है जिसकी वजह से विपक्षी दलों का मनोबल बढ़ा हुआ लगता है। मगर भाजपा ने भी त्रिपुरा राज्य की दो सीटें जीत कर साफ कर दिया है जहां उसी की सरकार है। इसी प्रकार इसने उत्तराखंड की सीट भी जीत ली। यहां भी भाजपा की ही सरकार है।