सिंगापुर के लोगों ने भारतीय मूल के थर्मन शनमुगरत्नम को अपना नया राष्ट्रपति चुन लिया है। थर्मन को रिकार्डतोड़ 70.4 फीसदी वोट हासिल हुए। उन्होंने वर्ष 2011 के बाद पहली बार हुए राष्ट्रपति चुनाव में चीनी मूल के दो प्रतिद्वंद्वियों को पराजित किया। अर्थशास्त्री थर्मन 2011 से 2019 तक सिंगापुर के उपप्रधानमंत्री रहे हैं। उन्होंने वित्तमंत्री के रूप में भी काम किया है। वे एक अच्छे वक्ता और सिंगापुर के सबसे जाने-माने राजनेताओं में से एक हैं। वे पिछले 20 सालों से अधिक समय तक पीपल्स एक्शन पार्टी से जुड़े रहे हैं। यद्यपि नस्लीय राजनीति के लिए जानी जाने वाली िसंगापुर की पीपल्स एक्शन पार्टी के नेता यह कहते रहे हैं कि सिंगापुर चीनी बहुसंख्यक देश है, जहां के लोग अल्पसंख्यक समुदाय के किसी व्यक्ति को नेतृत्व नहीं करने देंगे। लेकिन थर्मन शनमुगरत्नम ने राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ा और देश की जनता ने उन्हें सर्वोच्च पद पर आसीन कर दिया। सिंगापुर में भारतीय मूल के थर्मन का राष्ट्रपति पद पर आसीन होना भारत के लिए गौरव का िवषय है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें बधाई देते हुए कहा है कि भारत आैर सिंगापुर के द्विपक्षीय रिश्तों को और मजबूत करने की दिशा में उनके साथ काम करने में उन्हें खुशी होगी। थर्मन शनमुगरत्नम की पर्सनल लाइफ देखें तो इनके परिवार के कुल 6 सदस्य हैं। उनकी पत्नी युमिको इटोगी ने उनके जीवन और करियर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इनके चार बच्चे हैं जिनका नाम माया, आकाश, कृष्ण और अर्जुन है। थर्मन शनमुगरत्नम के बच्चे अपने माता-पिता के नक्शेकदम पर चले हैं। सबसे बड़ा बच्चा माया एक सामाजिक उद्यमी और वकील है, जबकि दूसरा बच्चा आकाश एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। वहीं दो छोटे भाई-बहन कृष्ण और अर्जुन क्रमांक इकोनॉमिक, पॉलिटिक्स और संगीत, आर्ट्स के स्टूडेंट हैं।