जी हां, हम मोदी जी से राम राज्य की अपेक्षा कर सकते हैं। 73 साल बाद एक ऐसे प्रधानमंत्री जिन्होंने हर चुनौती का सामना किया। देश-विदेशों में भारत का नाम हुआ। कई ऐसे फैसले लिए गए जिनका कई सौ सालों से लोगों को इंतजार था। यह सही है कि 73 सालों में कई प्रधानमंत्रियों की देश को ऊंचाइयों पर ले जाने में बहुम महत्वपूर्ण भूमिका रही है। नेहरू जी, लाल बहादुर शास्त्री, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, आई.के. गुजराल, नरसिम्हा राव, मनमोहन सिंह, वाजपेयी जी किसी को भी कम नहीं आंका जा सकता, परन्तु जो ऐतिहासिक फैसले मोदी जी ने लिए जो बहुत से लोगों के सपने थे, उन्हें पूरा किया। वो बात ही कुछ और है जो बात मोदी जी आप में ऐज ए पीएम हैं, वो किसी और में नहीं।
जैसे तीन तलाक का फैसला वाह मोदी जी मैंने बहुत सी बहनों का दर्द देखा और महसूस किया है। आपने लाखों-करोड़ों महिलाओं से दुआ, आशीर्वाद लिए हैं, क्योंकि सदियों से महिलाएं पीडि़त हो रही थीं, परन्तु भारतीय संस्कारी महिलाएं जो किसी भी धर्म की हो, कभी भी अपने पति के खिलाफ नहीं बोलतीं। अन्दर ही अन्दर जहर पीती हैं, परन्तु आपने उनका दर्द समझा और बहुत ही बड़े हौंसले, साहस के साथ यह फैसला लिया। फिर 370 जो बहुत ही ऐतिहासिक फैसला जिसके लिए बहुत से लोगों को इंतजार था, परन्तु असम्भव नजर आता था। अश्विनी जी ने इसके लिए बहुत से लेखों की सीरिज लिखी क्योंकि वह पत्रकार थे, लिख ही सकते थे, फैसले नहीं ले सकते थे, परन्तु बहुत बड़ा सपना लेकर चलते थे, क्योंकि वो सपना उनका ही नहीं करोड़ों भारतीयों का उसको आपके और अमित शाह जी की सूझबूझ से किया गया और जो अब आप वहां कदम उठाने जा रहे हो कि वहां अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार मिले। मुझे पूरी उम्मीद है कि रोजगार मिलने और विकास के बाद वहां के हालात बिल्कुल सामान्य हो जाएंगे क्योंकि आतंकवाद की जड़ बेरोजगारी है। कहते हैं न पल्ले न पइयां रोटियां ते सारीयां गल्ला खोटियां। सो कश्मीर ठीक होने के रास्ते पर चल पड़ा है। अभी भी रास्ते कठिन हैं, परन्तु मुझे पूरी उम्मीद है सब ठीक होकर रहेगा।
सबसे बड़ा फैसला राम मंदिर जो कई साै सालों के इंतजार और बहुत से लोगों के बलिदान के बाद लोगों का सपना पूरा हुआ, क्योंकि हिन्दोस्तान में होते हुए मर्यादा पुरुषोत्तम राम को न्याय नहीं मिल रहा था। मोदी जी की सूझबूझ से यह भी हुआ। जो करोड़ों लोगों के दिलों का सपना था।
कोरोना जैसी भयंकर महामारी भी मोदी के सामने आई। अपनी सूझबूझ से कैसे इससे सारे देश को निकाल रहे हैं और सबसे बड़ी बात है कि अभी तक सभी अमेरिका को फालो करते थे। अब भरत को अमेरिका ने फालो किया। यहां तक कि टिकटॉक पहले भारत ने बैन किया, फिर अमेरिका चाइना को अपने तरीके से सबक सिखा रहा है और सबक सिखाते-सीखते आत्मनिर्भर भी बनाने की ओर बढ़ रहे हैं।
अभी भी लोग जीएसटी, नोटबंदी और धन की कमी से परेशान और बहुत ही दुखी हुए, लगता था शायद सत्ता ही पलट जाएगी, परन्तु लोगों में मैंने पहली बार बड़ी विचित्र बात देखी, बहुत ही दुखी थे, गालियां तक निकालते थे, परन्तु एक बात चाहे वो व्यापारी हो या आम आदमी एक ही बात थी कि वोट मोदी जी को ही देंगे। क्योंकि यही व्यक्ति है जो देश में बदलाव ला सकता है। हमारे सपनों को साकार कर सकता है, क्योंकि उनकी जुबान में यही था मोदी है तो मुमकिन है। पहला चुनाव परिवर्तन और मोदी की लहर पर लड़ा गया था। दूसरा सिर्फ मोदी पर क्योंकि लोग जीएसटी और नोटबंदी से दुखी थे। फिर भी मोदी जी को ही चुना क्योंकि उनको अपने सपनों को साकार होता मोदी जी में ही दिखाई दे रहा था।
ऐसी जनता इतना कुछ होने के बाद अब राम राज्य की अपेक्षा कर रही है क्योंकि पिछले दिनों जो लड़कियों के साथ कुछ घटनाएं घटीं और घट रही हैं, कोरोना के कारण बहुत लोग बेरोजगार हुए हैं यह अन्तर्राष्ट्रीय संकट है, परन्तु फिर भी जनता मोदी जी के मुंह की तरफ देख रही है। राम राज्य की कल्पना कर रही है, जहां कोई भूखा न सोये, कोई लड़की या महिला की इज्जत न लूटी जाए। कोई भी देश की बेटी अपने आप को असुरक्षित महसूस न करे, कोई भी अमीर-गरीब का हक न मारे। हमारा राज्य कृष्ण-सुदामा की तर्ज पर चले। पंडित दीनदयाल का सपना, महात्मा गांधी का सपना कि सरकार का हर काम सबसे गरीब आदमी को केन्द्र में रखकर या अंतिम छोर के व्यक्ति तक पहुंचे।
सो सब कुछ हो रहा है, होगा भी परन्तु अब देशवासियों को मोदी जी पर बहुत उम्मीदें हैं कि अब राम राज्य की बारी है। ऐसे कानून बनें जो किसी का हक न कोई छीन सकें किसी भी अबला महिला को तंग न किया जाए, किसी की बहू-बेटी और छोटी बेटियों की इज्जत न लूटी जाए, हर प्राणी सुखी हो।