पाकिस्तान में महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद फैली राजनीतिक अस्थिरता से सऊदी और संयुक्त अरब अमीरात भी चिन्तित हो उठे हैं। दिसंबर में 2022 पाकिस्तान के ऊपर 126 बिलियन डालर का कर्ज था लेकिन उच्च ब्याज दर के कारण पाकिस्तान के ऊपर कर्ज का बोझ बढ़ता ही जा रहा है। मार्च 2023 में पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार सिर्फ 4.2 अरब डालर रह गया था। डिफाल्ट होने से बचने के लिए पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय मुद्राकोष से बेलआऊट पैकेज के लिए गुहार लगा रहा था। बड़ी मुश्किल से उसे बेलआऊट पैकेज मिला है। पाकिस्तान की आवाम आजकल जमकर भारत की मोदी सरकार और भारत की उपलब्धियों की प्रशंसा कर रही है। पाकिस्तान के लोग यह स्वीकार कर रहे हैं कि भारत के सामने पाकिस्तान की औकात कुछ नहीं है। भारत के चन्द्रयान-3 और सौर मिशन की सफलता से पाकिस्तान के लोग भी अभिभूत हैं। पाकिस्तान में भारत से करीब 6 गुणा महंगी बिजली मिल रही है। अगर भारत की बात करें तो महाराष्ट्र राज्य में बिजली सबसे महंगी है, यहां एक यूनिट के िलए बिजली उपभोक्ताओं को 8.80 रुपए देने पड़ते हैं, वहीं पश्चिम बंगाल में एक यूनिट बिजली 8 रुपए में आती है। अगर देश में सबसे सस्ती बिजली की बात करें तो ये दिल्ली में मिलती है। यहां 200 यूनिट तक फ्री बिजली है और इससे ऊपर का बिल आने पर अब तक 3 रुपए प्रति यूनिट, 201 से 400 यूनिट तक पर 4.5 रुपए प्रति यूनिट, 401 से 800 यूनिट तक 6.5 रुपए प्रति यूनिट, 801 से 1200 यूनिट तक 7 रुपए प्रति यूनिट और 1200 से ज्यादा यूनिट पर 8 रुपए प्रति यूनिट के िहसाब से बिल भरना होता था।