हां ,जी हम सभी जानते हैं कि असली भारत गांवों में बसता है, इसलिए हमने गांवों में भी शाखाएं खोलीं। 2009 में हमने कतलूपुर गांव (सोनीपत में) शाखा खोली। मैं आज वो दिन नहीं भूलती कितना स्नेह, आशीर्वाद, सम्मान मिला। मैं इतनी भावुक थी कि मुझे लगा जैसे मैं अपने मायके आ गई हूं। यह मेरा ही नहीं जो सभी ब्रांच हैड मेरे साथ थे, वालियंटर थे, सबकी यही भावना थी। गांव के शुरू में हमारा सबका चाय-पकौड़ों से स्वागत किया और हम सब बसें, कारें छोड़ कर ट्रालियों में बैठ गए। क्या नजारा था, कहां गांव की ताजी हवा के साफ-सुथरे झोंके थे। हम ट्रालियों से सारे गांव में घूमते हुए उस स्थान पर पहुंचे जहां प्रोग्राम था।
कतलूपुर के अध्यक्ष मास्टर वेदप्रकाश जी जो पढ़े-लिखे, सुलझे हुए इंसान हैं, बहुत मेहनत करते हैं। सबको साथ लेकर चलते हैं। गांव के युवा, महिलाएं सब उनके साथ काम करते हैं। ओपनिंग वाले दिन गांव की महिलाअें ने अपना पारम्परिक नृत्य दिखाया। गांव के लोगों ने रागनी गाई, बच्चों और युवाओं ने प्रोग्राम दिया। यह गांव आर्यसामाजियों का गांव है, क्योंकि हमारा परिवार भी आर्य सामाजी है। फिर हमने साग, मक्की की रोटी, शकर, गुड़ खाया। ऐसा प्यार, आदर, सम्मान हमें अपना मायका ही दे सकता है।
फिर हम जब भी गांव गए चाहे हैल्थ कैम्प या सालगिरह हमेशा हमें प्यार मिला। नए प्रोग्राम देखने को मिले और यह भी समझ लगी कि गांव के लोग प्यार से भरपूर होते हैं। निश्चल नि:स्वार्थ प्यार होता है। बड़े ही भोले-भाले होते हैं। वाकयी असली हिन्दोस्तानी असली भारत और भारत की आन-बान-शान रखने वाले लोग गांवों में बसते हैं।
जब रविवार को कतलूपुर की फेसबुक पर प्रोग्राम देने की बारी थी तो कतलूपुर ने अपनी संस्कृति दिखाते हुए प्रोग्राम दिया।
सबसे पहले मास्टर वेदपाल जी ने अपने गांव में हुए प्रोग्राम के बारे में बताया कि कैसे हैल्थ कैम्प हुए, कैसे आर्य सामाज यज्ञशाला बनवाई, कैसे मंत्रियों को लेकर गए गांव में फिर गांव की महिला सदस्य रेखा ने बहुत ही सुन्दर हरियाणवी गीत पर डांस किया-‘दामण नीचे पहनी जुती देखो बन गई चीज कसुती’। हवा सिंह और धर्मेन्द्र ने रागनी गाई, फिर गांव की कुसुम ने राधे-राधे भजन गाया।
फिर एक महिला ने अपनी सासू मां के साथ उसके पांव दबाते हुए मां से प्यारी लागे सासू जी, मां ने तो जन्म दिया और सासू ने पाला। वाह क्या बात है भारतीय संस्कृति हर बात में झलक रही थी। फिर आर्य सामाज के श्लोक सुनाए गए। फिर हवन की महत्वत्ता बताई। फिर हमारे वरिष्ठ नागरिक केसरी के ब्रांड एम्बेसडर मांगे राम अतरी ने प्रधानमंत्री और किसानों के काम की प्रशंसा करते हुए इतना अच्छा लोकगीत गाया।
वाह मांगे राम अत्री जी आप हमारी शान हो, हमारे क्लब का सम्मान हो। आप जैसे टैलेंट्ड ब्रांड एम्बेसडर जो खुद गीत लिखते हैं, गाते हैं, वीडियो बनाते हैं और सबको अच्छा मैसेज देते हैं। आपने अपने ब्रांड एम्बेसडर होने को सार्थक किया। वाकयी गांव की शाखाएं हमारी आन-बान-शान हैं। स्टे होम-स्टे हैल्थ एट होम ओनली।