हम हमेशा से कहते आ रहे हैं कि वरिष्ठ नागरिक केसरी क्लब एक टीमवर्क है। जो सभी के सहयोग से चलता है और सबसे अधिक मेहनत हमारे ब्रांच हैड्स की होती है, जो नि:स्वार्थ भाव से पूरी लग्न से नि:शुल्क सेवा करते हैं। हमारे वरिष्ठ नागरिक के ब्रांच हैड एक से बढक़र एक हैं। जिनकी जितनी भी प्रशंसा की जाए उतनी है कम है। शायद मेरे पास तो शब्द भी नहीं हैं। हम सभी एक-दूसरे के अच्छे सहयोगी और मित्र हैं। आजकल दुनिया में कहते हैं कि अच्छे लोगों की कमी है। परंतु मेरे नजदीक जितने भी है, बहुत अच्छे हैं और यूं कहें तो सभी अच्छे लोग मेरे साथ जुड़े हुए हैं। जो शायद खून के रिश्तों से कहीं बेहतर है।
जब से कोरोना शुरू हुआ तब से हमने वरिष्ठ नागरिक केसरी क्लब के सदस्यों के लिए बहुत-सा काम किया। ताकि वो इस समय उदास न हों, डिप्रेशन में न जाएं और जरूरतमंदों के लिए घर पर जाकर आर्थिक सहायता की और राशन पहुंचाया। डॉक्टर के साथ हेल्थ ईशूज पर वेबिनार किए। जब हमने ऑनलाइन डांस कॉम्पीटिशन और रैम्प वॉक भी शुरू किया तो यही लग रहा था कि हम जितना मोटीवेट करेंगे उतनी ही एंट्री आयेंगी। सो मैंने समय-समय पर छोटे-छोटे वीडियोज रिलीज की उनमें ब्रांच हैड्स ने अपनी-अपनी ब्रांच को बहुत ही उत्साहित किया प्रेरणा दी, बहुत ही मोटीवेट किया। फिर भी लगता था कि बहुत मुश्किल से 200-300 एंट्रियां आएंगी परंतु ये क्या? उन्होंने तो वाकई साबित कर दिया कि वो किसी से कम नहीं और वो यूथ से भी आगे हैं। कुल मिलाकर 1003 एंट्री आई और अभी तो यह आंकड़ा कई हजारों में पार कर जाता, पर हमने 20 अगस्त के बाद एंट्री रोक दी और ये एंट्रीज मैक्सिमम सदस्यों की हैं बाकी 100 के करीब कनाडा, अमेरिका, लंदन, गुजरात, मुंबई, यूपी, राजस्थान, हरियाणा और पंजाब से भी हैं।
सबसे बड़ी बात है कि कोई किसी से कम नहीं सबने एक से बढक़र एक परफॉर्मेंस दी है। कोई डिप्रेशन में था तो वह उत्साह से उठ खड़ा हुआ। कईयों की हीप सर्जरी और नी (घुटने) सर्जरी हुई थी परंतु उन्होंने भी हार नहीं मानी और उनका साथ देने के लिए उनके बहू, बेटे, बेटियां, पोते-पोतियां आगे आएं। कमाल ही हो गया। जैसे-जैसे वीडियो आती गई दांतों तले उंगलियां दबती गईं कि मैं सच में देख रही हूं कि सपना है-सच ही था। हम सबने बहुत आनंद लिया। सबसे बड़ी बात है कि वह सब रिक्वेस्ट कर रहें थे, लिंक भेज रहे थे कि उनका वीडियो लाइक किया जाए, देखा जाए। हमने तय किया था कि सबको प्राइज तो मिलेगा। इसलिए सबके लिए सर्टिफिकेट बनाए गए। वैसे तो इस उम्र में प्राइज सर्टिफिकेट की वैल्यू होती भी है और नहीं भी। परंतु 22 जजों के पसीने छूट गए। एक-एक जज चुनकर बनाए गए थे। जो अपने आपमें बहुत कुछ हैं। परंतु एक समय ऐसा आया सबने हाथ खड़े कर दिए और सबकी एक ही बात थी जब हम जज बने थे तो लगता था कि बड़ा आसान होगा। सिनियर सिटिजन इतना क्या कर लेंगे और करेंगे भी तो 1, 2 ही अच्छा करेंगे। परंतु ये क्या? यह तो ढेरों हैं और सब एक से बढंकर एक क्या करें? किसको फस्र्ट, किसको सैकेंड निकालें 1003 में निकालना बहुत मुश्किल है।
तो मैंने ब्रांच हैड्स के साथ जूम वेबिनार से उन्हें जजों की परेशानी बताई तो सबने मिलकर तय किया कि सर्टिफिकेट तो सबको देना ही है। साथ में फस्र्ट, सैकेंड न निकालकर टाईटल प्राइज दे देते हैं क्योंकि वास्तव में मेरे हिसाब से सारे ही फस्र्ट हैं। जिन्होंने पार्टिसिपेट किया वो सारे ही प्राइज के हकदार है परंतु सबको तो सर्टिफिकेट ही दिया जा सकता है तो सभी ब्रांच हैड्स से बात बन गई। प्राइजेस को ज्यादा से ज्यादा कैटेगिरी में बांट दिया गया। कुछ ने कमेंट दिए कोई फस्र्ट, सैकेंड, थर्ड नहीं सभी को हार्ड सर्टिफिकेट मिलेगा, पुरस्कार राशि इस तरह से बांटी जाए ताकि काफी लोगों को प्राइज मिल सके। मैं तो यही कहूंगी सब फस्र्ट है। थोड़ा-थोड़ा एक-आधे प्वॉइंट का फर्क है। इस समय पार्टिसिपेट करना ही अपने आपमें बहुत बड़ा प्राइज है। सभी को मेरी शुभकामनाएं। देखते हैं 1003 में से किसको कौन-सा प्राइज या टाइटल मिलता है, सर्टिफिकेट मिलता है। एक मैं यह भी कहना चाहूंगी कि सबके बहू-बेटे, पोते-पोतियों का जिन्होंने वीडियो बनाने में हैल्प की, वो भी प्राइज के हकदार हैं इसलिए सबको सर्टिफिकेट मिलेंगे, जैसे ही हालात ठीक होंगे सबके लिए इंटरेस्टिंग प्राग्राम रखा जाएगा। मैं सब बच्चों को तह से आशीर्वाद देती हूं और उनके अच्छे भविष्य के लिए प्रार्थना करती हूं। स्पेशली श्यामली राठोर पश्चिम विहार के सदस्य के बेटा का स्पेशल सर्टिफिकेट और प्राइज देना चाहूंगी। हमारे सभी सदस्यों को वेबिनार के बारे में जानकारी दी। उनको समझाया और वेबिनार करना सिखाया। कुल मिलाकर यह एक परिवार का संगम है।