हाल ही में आपने सेंसर बोर्ड को लेकर फिल्म इंडस्ट्री में हुए विवाद के बारे में सुना होगा। हाल ही में फिल्म बाबूमोशाय बन्दूकबाज़ को सेंसर बोर्ड ने इतने कट लगा दिए की अभिनेता नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी को भी बयां देना पड़ गया। फिल्म इंडस्ट्री और सेंसर बोर्ड का विवाद काफी पुराना है और कई बार ऐसी तनातनी देखने को मिल चुकी है। आज हम आपको बताने वाले है उन फिल्मों के बारे में जिन्हें विवादों के चलते सेंसर बोर्ड द्वारा बैन कर दिया गया।
1.वाटर : दीपा मेहता द्वारा निर्देशित इस फिल्म को हिन्दू भावनाओं को आहत करने का आरोप लगा जिसके चलते फिल्म रिलीज़ होने के बाद इसे बैन कर दिया गया।
2.ब्लैक फ्राइडे: इस फिल्म के विवादस्पद कंटेंट के चलते वर्ष 1993 में बैन कर दिया गया, उस वक्त मुंबई में सिलसिलेवार बन धमाके हुए थे और माना जा रहा था की इस फिल्म की वजह से दोबारा हिंसा भड़क सकती है।
3.अमु : ये फिल्म भी अपने संवेदनशील कंटेंट के चलते बैन कर दी गयी। ये फिल्म सिख विरोधी दंगों पर आधारित थी।
4.अन फ्रीडम: माना जाता है इस फिल्म के बेहद सेक्सुअल कंटेंट और धार्मिक भावनाओं को भड़काने वाले दृश्यों के चलते इस फिल्म पर रोक लगा दी गयी।
5.पाॅरजानिया: ये फिल्म गुजरात दंगों को केंद्र में रखकर बनाई गयी थी जिसकी वजह से काफी हंगामा हुआ और फिर इसे गुजरात समेत कई राज्यों में बैन कर दिया गया।
6.उर्फ़ प्रोफेसर: ये फिल्म अपनी ब्लैक कॉमेडी और बेहद बोल्ड सीन्स के चलते बन कर दी गयी और कहा गया की ये फिल्म सामाजिक हितों के लिए सही नहीं है।
7.किस्सा कुर्सी का : इस फिल्म में कांग्रेसी सरकार का खुल कर मजाक उड़ाया गया था और राजनीति के काले अध्याय को पेश किया गया। तब कांग्रेसी सरकार के दबाव के चलते इस फिल्म पर रोक लगा दी गयी।
8.इंडियास डॉटर: ये डॉक्यूमेंट्री फिल्म 23 साल की मेडिकल स्टूडेंट ज्योति सिंह के रेप और हत्या पर आधारित थी। सेंसर बोर्ड ने इसे बेहद आपत्तिजनक मानते हुए बैन कर दिया।