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Home Loan: खुद का घर लेने का सपना तो हर एक कोई देखता है लेकिन उसे पूरा कर पाना हर किसी के लिए संभंव नही है। आज के महंगाई के दौर में खुद का घर लेना मानो किसी बड़े सपने का सच होना लगता है। अगर आप आखों में यही सपना सजाए बैठे हैं और अपने परिवार के लिए खुद का घर लेना चाहते हैं तो होम लोन आपके इस सपने को यकीनन सच कर सकता है।
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अपने घर का सपना हर आंखों में होता है। खासकर Middle Class तो नौकरी मिलते ही घर बनाने की ख्वाब देखना शुरू कर देता है। लेकिन, प्रॉपर्टी की बढ़ती कीमतों के कारण बिना बैंक से लोन लिए घर की ख्वाहिश होना नामुमकिन सा हो गया है। घर खरीदने के लिए तो हम बैंक से आसानी से होम लोन ले लेते हैं, लेकिन तब क्या करेंगे जबकि जमीन आपके पास है और उस पर खुद का घर बनवाना चाहते हैं। यानी मकान बनवाने के लिए आप होम लोन कैसे प्राप्त करेंगे और किन शर्तों को पूरा करना जरूरी होगा।
Home Loan इसकी पूरी प्रक्रिया ही अलग होती है। Construction Home Loan फ्लैट या रेडी टू मूव होम लोन से पूरी तरह अलग है। इसमें मिलने वाली रकम और सेवा-शर्तों में भी बहुत अंतर होता है। इतना ही नहीं ब्याज दर, बैंक की ओर से भुगतान और EMI चुकाने के तरीकों में भी अंतर होता है। हम आपको स्टेप बाई स्टेप बताएंगे कि कैसे आप घर बनवाने के लिए होम लोन ले सकते हैं।
Construction Home Loan के लिए कुछ खास दस्तावेजों की जरूरत होती है। सबसे पहले तो आपको यह साबित करना पड़ता है कि जिस जमीन पर मकान बनाने जा रहे, वह आपके नाम पर ही रजिस्टर्ड है। यानी उस जमीन के पेपर बैंक को दिखाने होंगे। आपने हाल में खरीदी है तो सिर्फ रजिस्ट्री पेपर से ही काम चल जाएगा, लेकिन पुस्तैनी जमीन है तो बैंक को इनकम ब्रेंस सर्टिफिकेट भी देना पड़ेगा। यह सर्टिफिकेट इस बात का प्रमाण होता है कि आपकी जमीन पर कोई बकाया अथवा विवाद नहीं है। फ्री होल्ड प्लॉट पर आसानी से लोन मिल जाता है, जबकि लीज के मामले में आपके पास लंबी अवधि की लीज होनी चाहिए।
जमीन के कागजात के अलावा केवाई और इनकम प्रूफ भी बैंक को देना होगा। इसके अलावा मकान का प्लान और लेआउट भी बैंक को देना होगा। आप लेआउट स्थानीय निकाय, अथॉरिटी या ग्राम पंचायत से अप्रूव होना चाहिए। मकान बनाने में कितना खर्चा आएगा, इसका अनुमान भी किसी आर्किटेक्ट इंजीनियर से सर्टिफाई होना चाहिए। इन सभी दस्तावेजों को देखने के बाद ही बैंक आपके लोन का प्रोसेस शुरू करेगा।
अगर आपके सभी दस्तावेज सही हैं और बैंक की ओर से भी प्लॉट की पूरी तरह से चेकिंग करने के बाद लोन अप्रूव हो जाएगा। यह बात ध्यान रखने वाली है कि आपको कंस्ट्रक्शन होम लोन के मामले में सारा पैसा एकमुश्त नहीं मिलता है, बल्कि जैसे-जैसे आपका कंस्ट्रक्शन पूरा होता जाएगा, बैंक आपको लोन का पैसा भी देते जाते हैं।
इस तरह का लोन लेने वाले को यह बात ध्यान रखनी चाहिए कि जब तक आपकी जमीन पर मकान बनाने का काम शुरू नहीं होगा, बैंक आपको एक रुपया नहीं देंगे। एक बार कंस्ट्रक्शन शुरू हो जाएगा तो बैंक अपनी तरफ से कर्मचारी को भेजकर इसे प्रमोणित करेंगे। साथ ही घर निर्माण की फोटो, इंजीनियर या आर्किटेक्ट की तरफ से मकान बनने की अनुमानित अवधि का सर्टिफिकेट भी बैंक में जमा करना होता है। आपकी इन तस्वीरों की तस्दीक के लिए बैंक अपने तकनीकी कर्मचारी को भेजेगा और निरीक्षण के बाद ही लोन का पैसा मिलेगा।
कंस्ट्रक्शन लोन के लिए भी अमूमन होम लोन जितना ही टेन्योर मिल जाता है। सरकारी NBSC LIC होम फाइनेंस (LIC HFL) अभी 9.10 फीसदी के ब्याज पर 30 साल के लिए कंस्ट्रक्शन होम लोन देता है। इसी तरह, HDFC बैंक भी 9 फीसदी की शुरुआती ब्याज दर से कंस्ट्रक्शन होम लोन देता है, जो 30 साल के लिए हो सकता है।
कंस्ट्रक्शन होम लोन के लिए भी दो बातों का ध्यान रखना जरूरी है. पहला तो आपकी प्रॉपर्टी की वैल्यू। मसलन जिस जमीन पर आप मकान बनाने जा रहे, उसकी कीमत का 80 से 90 फीसदी लोन मिल जाएगा, लेकिन जरूरी बात ये है कि EMI आपकी सैलरी का 40 से 45 फीसदी ही होना चाहिए। इससे ज्यादा की EMI बैंक स्वीकार नहीं करेंगे।
लिहाजा इस तरह का लोन लेते समय आपको ध्यान रखना होगा कि हर महीने कमाई के आधार पर ही EMI तय की जाएगी. दूसरी बात कि आपका सिबिल स्कोर भी अच्छा होना चाहिए।
नोट – इस खबर में दी गयी जानकारी निवेश के लिए सलाह नहीं है। ये सिर्फ मार्किट के ट्रेंड और एक्सपर्ट्स के बारे में दी गयी जानकारी है। कृपया निवेश से पहले अपनी सूझबूझ और समझदारी का इस्तेमाल जरूर करें। इसमें प्रकाशित सामग्री की जिम्मेदारी संस्थान की नहीं है।