पकिस्तान में राजनीतिक समीकरण के नाम पर सेना समीकरण बोला जाए तो ज्यादा बेहतर होगा। लोकतंत्र के नाम पर बड़ी – बड़ी डींगे हांकने वाला पड़ोसी मुल्क़ पकिस्तान अधिकतर सेनातंत्र पर चलता है। ऐसा वहा के मंत्री और कई बड़े नेता आरोप लगा चुके है। पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर और प्रधानमंत्री इमरान खान जब से पीएम पद से हटे है उनकी मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही।पाकिस्तान में 8 फरवरी से आम चुनाव शुरू हो रहे हैं, लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। वह जेल में बंद हैं। इमरान खान की पार्टी (तहरीक-ए-इंसाफ) चुनाव चिन्ह 'बल्ला' भी छीन लिया है। फिलहाल रावलपिंडी के अडियाला जेल में बंद इमरान खान का भविष्य अंधकारमय नजर आ रहा है। पाकिस्तान के सियासी हलकों में उन्हें फांसी दे जानी की बातें भी चल रही है।
इमरान खान के खिलाफ कम से कम 150 केस चल रहे हैं। सबसे गंभीर मामला मई 2023 का है। अल कादरी ट्रस्ट करप्शन केस में जब इमरान खान की गिरफ्तारी हुई तब उनके समर्थकों ने भारी तोड़फोड़ की। सरकारी बिल्डिंग और दफ्तरों में आग लगा दी। इमरान के समर्थकों ने पाकिस्तानी सेना पर भी हमला किया। साथ ही रावलपिंडी स्थित हेड क्वार्टर पर भी धावा बोला । 9 मई 2023 की इस हिंसा में इमरान खान समेत 100 लोग आरोपी हैं और इनके खिलाफ आतंकवाद से लेकर अलग-अलग धाराओं में मुकदमे चल रहे हैं। इमरान खान के ऊपर पाकिस्तान के खिलाफ हथियार उठाने, युद्ध छेड़ने जैसी धाराएं में मुकदमे हैं। पाकिस्तान आर्मी एक्ट का सेक्शन 59 कहता है कि कोई भी शख्स यदि पाकिस्तान के खिलाफ हथियार उठाता है या पाकिस्तान आर्मी या सुरक्षा बलों पर हमला करता है तो उसे मौत की सजा दी जा सकती है।
9 मई की हिंसा का केस पाकिस्तानी मिलिट्री कोर्ट में चल रहा है। मिलिट्री कोर्ट में सुनवाई के दौरान तमाम चश्मदीद गवाहों ने इमरान खान के विरुद्ध गवाही दी है और उन्हें ही हिंसा का मास्टरमाइंड बताया है। हालांकि पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने मिलिट्री कोर्ट को फैसला सुनाने पर रोक लगा दी है। लेकिन कभी भी कुछ भी फैसला आ सकता है।पाकिस्तान की राजनीति को समझने वाले लोग कहते हैं कि जिस तरीके से इमरान ने पाकिस्तानी सेना के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। आर्मी के आला अफसर उन्हें 9 मई की हिंसा का मास्टरमाइंड मानते हैं, जो बहुत गंभीर मामला। अगर मिलिट्री कोर्ट इमरान खान को दोषी पााता है तो फांसी की सजा हो सकती है।
इमरान खान ने अपने खिलाफ लगे तमाम आरोपों को मनगढ़ंत बताया है और दावा किया है कि 9 मई की हिंसा उनकी पार्टी और उन्हें खत्म करने की साजिश है। इमरान ने दावा किया है कि 9 मई की हिंसा की साजिश लंदन में रची गई थी। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और पाकिस्तानी सेना के आला अफसर इसमें शामिल हैं. पाकिस्तान आर्मी ने नवाज शरीफ को फिर सत्ता में लाने के लिए यह डील की थी। इमरान खान ने एक और सनसनीखेज दावा किया है कि अमेरिकी सहायक विदेश मंत्री डोनाल्ड लू को बचाने के लिए यह सब किया जा रहा है।
इमरान खान कुल 3 मामले में दोषी करार दिये जा चुके हैं और उन्हें सजा भी सुनाई गई है। पहला मामला है तोशखाना केस, जिसमें इमरान खान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी को 14 साल कैद की सजा सुनाई गई है। इमरान और बुशरा को अगले 10 वर्षों के लिए किसी भी सार्वजनिक पद पर रहने से रोक दिया गया है और उन पर लगभग 1,574 मिलियन रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। दूसरा मामला है- साइफर केस, जिसमें इमरान खान को 10 साल की सजा सुनाई गई है। इस केस में इमरान के अलावा उनकी पार्टी के नेता शाह महमूद कुरैशी को भी 10 साल की सजा हुई है।
तीसरा केस- 'गैर-इस्लामिक निकाह' का मामला. इमरान खान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी को 'गैर-इस्लामिक निकाह' के मामले में दोषी करार देते हुए 7 साल की सजा सुनाई गई है।
इमरान खान को फांसी होती है तो ये पहली बार नहीं होगा जब किसी बड़े नेता को ऐसी सजा दी जा रही है। नेताओं को सजाए मौत दी चुकी है। जिसमें सद्दाम हुसैन का नाम सबसे पहले आता है। पाकिस्तान के राजनीति के जानकार की माने तो वहा सत्ता पर अधिकतर वही काबिज होता है जो सेना से अधिक नजदीकियां रखता है।