दुश्मनी जम कर करो लेकिन ये गुंजाइश रहे, जब कभी हम दोस्त हो जाएं तो शर्मिंदा न हों… मशहूर शायर बशीर बद्र के इस शेर का जिक्र करते हुए चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों और उसके कार्यकर्ताओं को सख्त निर्देश जारी करे।लोकसभा चुनाव तारीखों की घोषणा हो गई है। देशभर में 7 चरणों में इस बार लोकसभा चुनाव होंगे। चुनाव कार्यक्रम की घोषणा 16 मार्च को हुई है। साथ ही देश भर में सात चरणों में मतदान 19 अप्रैल से शुरू होगा। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने चुनाव की घोषणा करते हुए कहा है कि इस बार धनबल और जनबल मुक्त चुनाव कराना हमारा लक्ष्य है, इसके लिए हम दो साल से तैयारी कर रहे हैं। हम इस बार काफी सख्ती बरतेंगे और हम यह नहीं चाहेंगे कि कुछ लोगों की वजह से पूरा चुनाव खराब हो।
चुनाव आयोग की दस नसीहत जो कार्यकर्ता हो या नेता सबके लिए जारी
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा है कि हेट स्पीच को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहले ही दिशा-निर्देश दे चुका है। ऐसे में चुनाव में हेट स्पीच की कोई जगह नहीं है। नेता या कार्यकर्ता हेट स्पीच का उपयोग करते हैं, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे।
चुनाव आयोग ने कहा है कि धनबल को लेकर हम इस बार सख्त हैं। हमने जांच एजेंसियों से इसको लेकर संपर्क साधा है। चोरी-छिपे अगर कोई नेता या उसके कार्यकर्ता धनबल का उपयोग करते हैं, तो उसकी खैर नहीं।
निर्वाचन आयोग ने कहा है कि चुनाव के दौरान अगर सोशल मीडिया या मीडिया में कोई भी फर्जी खबर फैलाते हुए पकड़े जाते हैं तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। हमने फेक खबरों की पहचान के लिए एक सेटअप तैयार किया है।
राजनीतिक दलों को यह बताना होगा कि उसने क्रिमिनल रिकॉर्ड वाले नेताओं को टिकट क्यों दिया? इसके लिए राजनीतिक दलों को अखबारों और टीवी चैनलों पर विज्ञापन देना होगा।
चुनाव आयोग ने कहा है कि सभी दलों के स्टार प्रचारक व्यक्तिगत हमला करने से बचेंगे। अगर वो ऐसा करते हैं तो उनके खिलाफ आयोग कार्रवाई कर सकती है। चुनाव मुद्दों पर आधारित हो।
चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों को कहा है कि वे अपने प्रचार के दौरान किसी भी तरह से छोटे बच्चों का उपयोग न करें। इस तरह के काम करने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी।
अगर कोई राजनीतिक दल गलत विज्ञापन देने की कोशिश करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। आयोग ने कहा है कि सभी लोग इस बात का खास ध्यान रखेंगे।
चुनाव आयोग ने कहा है कि राजनीतिक दलों को कैंपेन के वक्त जाति और धर्म की बात नहीं करनी चाहिए। आयोग ने कहा है कि कैंपेन सबको जोड़ने वाला हो, ना कि तोड़ने वाला. सभी लोग इसका ध्यान रखें।
दिशा-निर्देश देते हुए कहा है कि सोशल मीडिया पर किसी भी नेता और उसके उम्मीदवारों को बदनाम करने वाला पोस्ट न करें। ऐसे करने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों से कहा है कि सभी दल अपने संगठनों को सही सलाह दें। आयोग ने कहा है कि सभी दल संगठन के कामकाज को पारदर्शी भी रखें।
चुनाव आयोग की इस तारीख पर सभी राजनीतिक दलों की नज़र बनी हुई थी। आयोग ने तारीख के साथ राजनीतिक दलों को नसीहत देते हुए कई सख्त हिदायते भी दी और साथ में ये भी कहा इन नियमों का पालन नहीं होता तो कड़ी करवाई की जाएगी। लोकसभा चुनाव बहुत ही बड़े पैमाने पर होते है। यह लोकतंत्र का एक बड़ा त्यौहार है। जिसमे मतदान लेनें वाले से लेकर मतदाता तक सभी की अहम भूमिका रहती है। चुनाव कोई भी हो वोटर में एक अलग उत्साह होता है। चाय की दुकान हो या फिर ऑफिस की टेबल सभी जगह विभिन्न राजनीतिक दलों के समर्थक अपनी – अपनी राय रखते है। इन दिनों सभी जगह राजनीतिक दलों को लेकर चर्चा देखने और सुनने में मिलाना आम बात है। लोकतंत्र के इस पर्व में सभी नागरिको को बढ़ – चढ़ कर हिस्सा लेना चाहिए और प्रजातंत्र को मजबूत बनाए।