इजराइल और हमास का युद्द जारी है और इस युद्द में अब तक हजारों लोगों की मौत हो चुकी है, हालात ये है कि यह युद्द कब खत्म होगा यह कहा नही जा सकता। वहीं दूसरी तरफ रसिया और यूक्रेन के बीच भी युद्द बरकरार है। जिसके बाद अब उत्तर कोरिया भी एक नई आफत लेकर आ गया है। दरअसल उत्तर कोरिया ने 2 अप्रैल 2024 को किसी अनजान जगह पर दुनिया के सबसे खतरनाक हथियार का सफल परीक्षण कर लिया है। और यह एक हाइपरसोनिक मिसाइल है। जिसके बाद इसे लेकर उत्तर कोरिया ने दावा किया है कि इस मिसाइल से मध्यम और लंबी दूरी के टारगेट को बर्बाद कर सकते हैं।
जब इस मिसाइल का परीक्षण किया जा रहा था तो वहां उत्तर कोरिया के राष्ट्राध्यक्ष किम जोंग उन मौजूद थे। यह एक सॉलिड फ्यूल वाली हाइपरसोनिक मिसाइल है. उत्तर कोरिया ने यह मिसाइल परीक्षण अमेरिका और आसपास के देशों को धमकाने के लिए किया है। यह मिसाइल परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम हैं। वहीं इस मिसाइल के परीक्षण को लेकर किम जोंग उन ने कहा कि मिसाइल का परीक्षण सफल रहा है। अब हमारे पास सॉलिड फ्यूल परमाणु हथियार से लोडेड हाइपरसोनिक मिसाइल भी है। हमारे पास सभी रेंज की मिसाइलें मौजूद हैं, जो एशिया और अमेरिका में मौजूद हमारे दुश्मनों को आसानी से निशाना बना सकते हैं। द. कोरिया और जापान ने देखा, तब सामने आई रिपोर्ट यह रिपोर्ट तब सामने आई जब दक्षिण कोरिया और जापानी मिलिट्री ने उत्तर कोरिया की मिसाइल लॉन्चिंग को डिटेक्ट किया। यह मिसाइल राजधानी के पास किसी अनजान जगह से लॉन्च की गई। मिसाइल सीधे पूर्वी सागर की तरफ बढ़ गई। किम जोंग उन अपनी Hwasong-16B मिसाइल की बहुत तारीफ करते आए हैं।
किम का मानना है कि यह मिसाइल उन्हें अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान के हमले से उसे बचाएगी। साथ ही उन पर हमला किया तो भारी तबाही मचेगी। किम ने कहा कि अब हमारे पास सभी प्रकार और रेंज की टैक्टिकल, ऑपरेशनल और स्ट्रैटेजिक मिसाइलों का जखीरा है, जो हमारे दुश्मनों को खून के आंसू रुला सकता है। पिछले साल ही उत्तर कोरिया ने सॉलिड फ्यूल इंटरकॉन्टीनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया था। तब किम जोंग उन ने दावा किया था कि इस मिसाइल से वह अमेरिका के किसी भी शहर को निशाना बना सकता है। उत्तर कोरिया ने पिछले कुछ वर्षों में सॉलिड फ्यूल मिसाइलों का बड़ा जखीरा खड़ा कर दिया है। इसके अलावा उत्तर कोरिया के पास ऐसी मिसाइलें हैं, जो किसी भी गाड़ी, जहाज या पनडुब्बी से दागी जा सकती हैं। उत्तर कोरिया हाइपरसोनिक मिसाइल पर पिछले तीन साल से काम कर रहा था, और अब उसने यह बनाकर इसका सफल परीक्षण भी कर लिया है।
मिसाइल 2 अप्रैल को हुए परीक्षण में मिसाइल के ऊपर लगा हाइपरसोनिक ग्लाइड वॉरहेड 101 किलोमीटर की ऊंचाई पर जाने के बाद रॉकेट से अलग हो गया। इसके बाद उसने 1000 किलोमीटर की दूरी पूरी की। यह दूरी उसने साउंड की स्पीड से पांच गुना ज्यादा गति से हासिल की। यह दक्षिण कोरिया और जापान के बीच समंदर में जाकर गिर गया। जापान और दक्षिण कोरिया ने भी कहा कि इस मिसाइल ने 600 किलोमीटर उड़ान भरी।