चंडीगढ़ : हरियाणा के लोक निर्माण विभाग के मंत्री राव नरबीर सिंह ने कहा कि पिछले साढ़े चार वर्षों के कार्यकाल में प्रदेश के सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों में सड़क नेटवर्क के समान और निष्पक्ष सुधार के लिए कार्यक्रम शुरू कर कुल 2,978 किलोमीटर लम्बी सडक़ों का सुधार किया गया है। वर्ष 2020 तक रेलवे ओवर तथा अंडर ब्रिज का प्रावधान करके मानवरहित रेलवे फाटकों को समाप्त करने का कार्यक्रम शुरू किया है। भारतीय रेलवे के सहयोग से सभी 167 मानवरहित फाटकों को समाप्त करने का प्रस्ताव तैयार किया गया है।
जारी वक्तव्य में राव नरबीर सिंह ने कहा कि राज्य की प्राथमिकताओं के अनुसार प्रदेश में रेल इन्फ्रास्ट्रच्चर के निर्माण में तेजी लाने के लिए रेल मंत्रालय के साथ कंपनी अधिनियम 2013 के तहत ‘हरियाणा रेल इन्फ्रास्ट्रच्चर विकास निगम लिमिटेड’ का गठन किया गया। निगम ने अब तक यमुनानगर-चंडीगढ़, सोहना-नूंह-अलवर, फरूखनगर-झज्जर-चरखी दादरी, जींद-हिसार, करनाल-यमुनानगर, भिवानी-महम, इंटिग्रेटिड एविएश्न हब हिसार और पलवल से सोनीपत तक हरियाणा इंडस्ट्रियल कोरिडोर से रेल कनेक्टिविटी के लिए व्यवहार्यता अध्ययन का कार्य किया है। इसके अलावा, रोहतक-पानीपत रेलवे लाइन पर रोहतक शहर में देष की पहली एलिवेटिड रेलवे लाइन का काम शुरू हुआ।
राव नरबीर सिंह ने कहा कि पिछले चार वर्षों में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र सडक़ तंत्र, मैट्रो विस्तार तथा रेपिड ट्रांसपोट सिस्टम की कनेक्टिविटी बढ़ाने की पहल की गई है। कुण्डली मानेसर पलवल एक्सप्रैस-वे का कार्य लम्बे समय से अधर में पड़ा था, उसे न केवल पूरा किया है बल्कि इसके दोनों और दो-दो किलोमीटर पांच नए शहर बसाने की योजना तैयार की जा रही है जो भविष्य में दिल्ली की बढ़ती आबादी को आवासीय व अन्य सुविधाएं मुहैया करवाएगी।
लोक निर्माण मंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा हरियाणा में 561 किलोमीटर लम्बी सात सडक़ों को राष्ट्रीय राजमार्ग अधिसूचित किया गया है। इसके अलावा, भारतमाला परियोजना के तहत 124.76 किलोमीटर की लंबाई वाली चार सडक़ों तथा ग्रीनफील्ड कॉरिडोर के तहत दो सडक़ों-इस्माईलाबाद से नारनौल तक तथा सोहना से वड़ोदरा तक, को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित किया गया है।
(आहूजा)