भिवानी: हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी द्वारा आयोजित ऑॅपन परीक्षाओं में इस बार प्रदेश भर में 1886 नकल के केस दर्ज किए गए हैं। बोर्ड चेयरमैन डॉ. जगबीर सिंह ने बताया कि इस बार नकल करने में हिसार के बच्चे सबसे ज्यादा तो महेन्द्रगढ़ के बच्चे दूसरे स्थान पर रहे हैं। वही रेवाड़ी जिला के बच्चों ने सबसे कम नामात्र की नकल करते मिले। सम्भावना है कि 20-25 दिनों में परिणाम घोषित हो जाएगा। बता दें कि हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की 10वीं व 12वीं की ऑॅपन परीक्षाएं 27 सितंबर से 16 अक्तूबर तक आयोजित की गई। इन परीक्षाओं में एक लाख से ज्यादा परीक्षार्थी शामिल हुए थे। परीक्षाओं को नकल रहित करवाने के लिए बोर्ड द्वारा इस बार प्रदेश भर में बनाए गए 131 परीक्षा केन्द्रों पर 87 उडऩदस्तों को तैनात किया गया था। बावजूद इसके इन परीक्षाओं में नकल का बोल बाला रहा और 1886 परीक्षार्थी नकल करते पकड़े गए। हालांकि ये आंकड़ा पिछले साल की बजाय कुछ कम है।
जिलावार नकल की बात करें तो इन परीक्षाओं में सबसे ज्यादा हिसार के, दूसरे स्थान पर महेन्द्रगढ़ के और तीसरे स्थान पर भिवानी के परीक्षार्थियों को नकल करते पकड़ा गया है। बात करें सबसे कम नकल की तो रेवाड़ी जिला के सबसे कम 7 परीक्षार्थी, यमुनानगर के 20 और पानीपत के 24 परीक्षार्थियों को नकल करते पकड़ा गया है। इनमे सबसे ज्यादा चैयरमेन उडऩदस्तों ने 783 नकल के केस पकड़े। जिलावार नकल की बात करे हिसार में नकल के 279 मामले, महेन्द्रगढ़ में 168, भिवानी में 159, नूह में 115, जींद में 97, सोनीपत में 93, अम्बाला में 82, फतेहाबाद में 52, करनाल में 52, फरीदाबाद में 46, रोहतक में 45, पलवल में 45, झज्जर में 44, सिरसा मे 42, कैथल में 36, पंचकूला में 27, कुरूक्षेत्र में 26, गुरूग्राम में 25, पानीपत में 24, यमुनानगर में 20, रेवाड़ी में 7 मामले नकल के दर्ज किए गए। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोडऱ् चेयरमैन डॉ. जगबीर सिंह ने बताया कि बोर्ड की ऑॅपन परीक्षाओं को रेगुलर परीक्षाओं की तरह नकल रहित करवाने का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि उनका प्रयास है कि ऑॅपन के परीक्षार्थी भी नकल की बजाय अकल से पास हो और परीक्षार्थी आगे बढ़ें।
(कृष्णसिंह)