करनाल: पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए शामगढ़ के किसान जसविन्द्र की रिहाई की मांग को लेकर भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले जिला स्तरीय किसान महापंचायत शामगढ़ के सैनी धर्मशाला में आयोजित की गई। इस महापंचायत में निर्णय लिया गया कि 19 जुलाई के बाद प्रशासन को और अधिक समय नहीं दिया जाएगा। इस अवधि तक यदि किसान को रिहा न किया गया तो 20 जुलाई को शामगढ़ में जी.टी.रोड पर किसान महापंचायत बिठाई जाएगी। जिसमें प्रदेश भर के किसान भाग लेंगे। इस महापंचायत की अध्यक्षता करते हुए भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष बाबूराम बड़थल ने कहा कि किसानों का धैर्य अब जवाब देने लगा है। किसानों ने प्रशासन का बहुत इंतजार कर लिया। अभी तक प्रशासन की तरफ से कोई साकरात्मक संदेश नहीं मिला है। महापंचायत में जिले में प्रचार समितियों का गठन किया गया। सभी ब्लॉक अध्यक्षों की अगुवाई में कमेटी बिठाकर उन्हें प्रचार की जिम्मेदारी दी गई। इस मौके पर विशेष तौर पर प्रदेश के वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रेमचंद शाहपुर, उत्तरी हरियाणा प्रभारी बलवान बदरान, जिला सरंक्षक मैहताब सिंह कादियान, जिला प्रवक्ता सुरेन्द्र सांगवान मौजूद थे।
महापंचायत का संचालन संयोजक राजेन्द्र आर्य दादूपुर ने किया। यहां उल्लेखनीय है कि इससे पहले तीन जुलाई को किसान रिहाई की मांग को लेकर किसानों ने गिरफ्तारी देने के लिए आन्दोलन किया था। इस स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने 19 जुलाई तक का समय मांगते हुए गिरफ्तारी आन्दोलन को टालने के लिए भाकियू नेताओं को मना लिया था। भाकियू नेताओं के तेवर आज तीखे दिखाई दिए। सरकार के प्रति रोष दिखाई दे रहा था। प्रदेश उपाध्यक्ष प्रेम चंद शाहपुर ने कहा कि यदि आर-पार की लड़ाई की नौबत आ गई तो किसान पीछे नहीं हटेंगे।उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को अभी तक केवल आश्वासन ही दे रही है। इस मौके पर भाकियू के राजेन्द्र आर्य दादूपुर ने कहा कि किसान को इंसाफ मिलना चाहिए। यदि किसान को इंसाफ नहीं मिला तो वह सरकार को चैन की नींद नहीं सोने देगा। पूर्व सरंपच दिलराज सिंह ने कहा कि भाकियू ने इस लड़ाई को आगे बढ़ाकर किसानों के सम्मान की रक्षा की है। शामगढ़ के किसान हर स्थिति में भाकियू के साथ है। वह इस आन्दोलन में किसान नेताओं की पीठ नहीं लगने देंगे। हर संभव सहयोग गांव की तरफ से दिया जाएगा।
– आशुतोष गौतम, महिन्द्र