सिरसा में रविवार को कर्फ्यू में 5 घंटे की ढील के दौरान एक बार फिर डेरा चीफ समर्थक हिंसक हो गए। समर्थकों ने सिरसा और फतेहाबाद में जर्नलिस्ट्स के साथ मारपीट की गई। सिरसा में कुछ मीडियाकर्मी पुराने डेरा के पास कवरेज कर रहे थे। एक जर्नलिस्ट को जख्मी हालत में हॉस्पिटल में एडमिट कराया है।
पीड़ित कैमरामैन की पहचान सुनील कुमार (35) के रूप में हुई है। डेरा अनुयायी उनकी कार लेकर भाग गये और उनका कैमरा भी कथित रूप से क्षतिग्रस्त कर दिया। कुमार को हाथ और पैर में चोटें आयी हैं।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, हमने अनुयायियों के कब्जे से लूटी हुई कार बरामद कर ली है और पीड़ित ने अपनी शिकायत दर्ज करा दी है। कैमरामैन एक पत्रकार के साथ डेरा मुख्यालय में प्रवेश का प्रयास कर रहे थे, उसी दौरान पंथ के अनुयायियों ने उन्हें देख लिया और उनका पीछा करने लगे। कुमार को पास के अस्पताल में ले जाया गया है।
डेरा चीफ को रेप केस में दोषी करार दिए जाने के बाद पंचकूला, सिरसा समेत पांच राज्यों के 17 शहरों में डेरा सर्मथकों ने हिंसा और आगजनी की थी। सोमवार को रोहतक जेल में सीबीआई कोर्ट के जज बाबा को सजा सुनाएंगे। इसके पहले सरकार ने हरियाणा में 48 घंटे के लिए इंटरनेट पर रोक लगाई गई है। आज सुबह 6 से 11 बजे सिरसा में कर्फ्यू में ढील दी गई थी, लेकिन मीडियाकर्मियों पर हमले के बाद एडमिनिस्ट्रेशन ने इसे वापस ले लिया।
वही बलात्कार के दोषी पाये गये डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम की गिरफ्तारी के बाद उनके समर्थकों द्वारा की गयी हिंसा के मद्देनजर हरियाणा और पंजाब में डेरा के प्रभाव वाले इलाकों में हालात पर काबू पाने के लिए सेना की 4 और टुकड़ियां तैनात की गयी हैं। सेना की 24 टुकड़ियां पहले से ही तैनात थी।
सेना के अनुसार हरियाणा के पंचकूला और सिरसा में उसकी 12-12 तथा पंजाब के मानसा और मुक्तसर में दो – दो टुकड़ियां तैनात की गयी हैं। अभी तक सेना ने डेरा मुख्यालय में किसी तरह की कार्रवाई नहीं की है।
पंचकूला की विशेष सीबीआई अदालत ने गुरमीत राम रहीम को शुक्रवार को साध्वी यौन शोषण मामले में दोषी करार देते हुए कहा था कि उनकी सजा पर 28 अगस्त को फैसला सुनाया जायेगा। राम रहीम को रोहतक की सुनारिया जेल में बंद किया गया है। फैसला आने के बाद राम रहीम के समर्थकों ने पंचकूला और सिरसा में विशेष रूप से सड़कों पर जमकर उत्पात किया और हिंसा तथा आगजनी की। इस दौरान 35 से अधिक लोगों की मौत हो गयी तथा सैकड़ों लोग घायल हो गये। उग, भीड़ ने कई इमारतों तथा वाहनों को आग के हवाले कर दिया जिसके बाद कई क्षेत्रों में करफ्यू लगा दिया गया और सेना तैनात कर दी गयी।
पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने कानून व्यवस्था की स्थिति बनाये रखने तथा हिंसा की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के दृष्टिगत सीबीआई की पंचकूला अदालत को एक दिन के लिये सुनारिया जेल स्थानांतरित करने के आदेश दिये हैं जिसके तहत अब जेल में ही अस्थायी अदालत बनाई गई है और वहीं डेरा प्रमुख को सजा सुनायी जायेगी। डेरा समर्थकों के खिलाफ की गयी कार्रवाई में अब तक 500 से अधिक समर्थकों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
जिला प्रशासन ने रोहतक की सभी सीमाओं के साथ ही सिरसा-रोहतक और हिसार-रोहतक राजमार्गों को पूरी तरह से सील कर दिया है। इसके अलावा सुरक्षा के मद्देनजर इन पर पुलिस और अद्र्धसैनिक बलों की तैनाती और नाके बढ़ा दिये हैं। रोहतक जिला प्रशासन ने पूरे जिले में निषेधाज्ञा लागू कर दी है जिसके तहत पांच से अधिक लोगों के एकत्रित होने, सभा या रैली करने तथा लाठी, डंडा, तेज धारदार हथियार और अग्नेय अस्त्र लेकर चलने पर पाबंदी रहेगी।