फरीदाबाद : आशा वर्कर यूनियन हरियाणा के आह्वान पर नेशनल हैल्थ मिशन (एनएचएम) में कार्यरत करीब 750 आशा वर्कर प्रदेशव्यापी हड़ताल पर रही। अपनी सेवाएं नियमित न होने और मानदेय फिक्स न होने से खफा हड़ताली आशा वर्करों ने केन्द्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर के आवास पर प्रदर्शन किया। आशा वर्करों के आक्रामक तेवरों को देख कृष्णपाल गुर्जर आशा वर्करों के बीच में आए और उनका मांग-पत्र लिया। उन्होंने आशा वर्करों की मांगों को जायज करार देते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल के सम्मुख मांगों को उठाने और उनका उचित समाधान करवाने का आश्वासन दिया।
आशा वर्कर यूनियन की प्रधान हेमलता व सचिव सुधा ने ऐलान किया कि 29 जनवरी तक उनकी हड़ताल जारी रहेगी और 30 जनवरी को जेल भरो आन्दोलन किया जाएगा। इस अवसर पर पारित किए गए प्रस्ताव में कल रविवार को एनआईटी विधायक श्रीमती सीमा त्रिखा के आवास पर प्रदर्शन करने का ऐलान किया गया। प्रदर्शन से पूर्व हड़ताली आशा वर्कर बडख़ल चौक पर एकत्रित हुई और वहां से प्रदर्शन करते हुए केन्द्रीय राज्यमंत्री के आवास पर पहुंची। बडख़ल चौक पर आशाओं को सम्बोधित करते हुए यूनियन की राज्य महासचिव सुरेखा ने कहा कि जब तक आशा वर्करों की मांगों का समाधान नहीं होगा, आन्दोलन जारी रहेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार व उसके संगठन भ्रम फैलाकर आशा वर्करों के आन्दोलन को कमजोर करने का प्रयास कर रहे हैं, जिसका करारा जवाब दिया जाएगा।
आशा वर्करों को सम्बोधित करते हुए सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के महासचिव सुभाष लाम्बा व मुख्य संगठनकर्ता विरेन्द्र सिंह ने सम्बोधित करते हुए आन्दोलन व मांगों का पुरजोर समर्थन किया। आशा वर्कर कड़ाके की सर्दी व बारिश में 18 जनवरी से सीएमओ कार्यलयों पर अपनी सेवाएं नियमित करवाने और तब तक 18 हजार रूपये न्यूनतम वेतनमान देने की मांग को लेकर धरने पर बेठी हुई है। लेकिन सरकार व स्वास्थ्य विभाग प्रशासन आशा वर्कर यूनियन के प्रतिनिधियों से गंभीरता से बातचीत तक करने को तैयार नही है।
उन्होने बताया की मनोहर लाल सरकार ने सत्ता संभालने के बाद आशा वर्करो के मानदेय मे एक पेसे की भी बढोतरी नही की है,जिसको लेकर आशा वर्करो में भारी नाराजगी है। उन्होने बताया की केरल मे आशा वर्कर को 7500 रूपयें, तेलंगाना में 6000 रूपये,दिल्ली व गुजरात मे 4500 व कर्नाटक मे 3500 रूपये फिक्स मानदेय दिया जा रहा है और हरियाणा मे केवल 1000 रूपये मानदेय दिया जा रहा है । जबकि प्रति व्यक्ति आय में हरियाणा इन राज्यों से कही आगे है। प्रदर्शन को सम्बोधित करते हुए सीआईटीयू के प्रधान निरंतर पाराशर, महासचिव लालबाबू शर्मा व उपप्रधान विजय कुमार झा ने सीटू की ओर से हड़ताल का समर्थन किया और सरकार से बातचीत न करने की हठधर्मिता त्याग कर बातचीत के द्वारा मांगों का समाधान करने की मांग की। प्रदर्शन को उपरोक्त के अलावा जिला कोषाध्यक्ष रेनू रावत, उपप्रधान सुशीला, अनीता, पूजा गुप्ता, रेखा, मंजू, सहसविच साहीन, प्रवीण, अनीता धौज व नीलम आदि ने सम्बोधित किया।
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– राकेश देव