रोहतक : नेता प्रतिपक्ष अभय सिंह चौटाला ने कहा कि जींद उपचुनाव की हार का हर स्तर पर आंकलन किया जा रहा है। चुनाव में सरकार ने अपनी ताकत का दुरुपयोग किया है और ईवीएम मशीन पर भी संदेह है। उन्होंने कहा कि धन बल से वोट खरीदी गई है, ऐसे राजनीतिक दलो पर बैन लगाया जाए। इनेलो को मिली कम वोटो को लेकर उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं हो सकता है कि इनेलो काडर की वोट जीरो में तबदील हो जाए।
पांच फरवरी तक मतदाताओं के शपथ पत्र लेकर छह फरवरी को चुनाव आयोग को सौंपे जाएंगे। अभय सिंह चौटाला ने जजपा पर भी निशाना साधा और कहा कि इनेलो के जनाधार को रोकने के लिए जजपा दूसरे राजनीतिक दलो के हाथो में खेल रही है और यह साबित भी हो गया है जब हार के बावजूद जजपा ने लड्डू बांटे है। शुक्रवार को नेता प्रतिपक्ष अभय सिंह चौटाला रोहतक पहुंचे और दिल्ली बाईपास स्थित पार्टी कार्यालय में पत्रकारो से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने जींद उपचुनाव को लेकर पहले ही साजिश रच रखी थी और भाजपा ने इसके लिए बडा षडयंत्र किया है, जबकि भाजपा को पता था कि इनेलो बसपा ही भाजपा को हरियाणा से उखाड सकती है, इसी के चलते जींद उपचुनाव में धन बल का खुब दुरूपयोग किया गया है और यह साबित भी हुआ है कि किस तरह से रूपये पकडे गए है। अभय चौटाला ने कहा कि जिन पार्टियों ने धन बल का खेल खेला है चुनाव आयोग को उन पर कारवाई करते हुए उन्हें बैन करना चाहिए।
पूर्व सीएम भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के बयान को लेकर भी अभय चौटाला ने प्रतिक्रिया दी और कहा कि जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी और हुड्डा मुख्यमंत्री थे उस वक्त ऐलनाबाद उपचुनाव कांग्रेस क्यो हारी थी। दरअसल पूर्व सीएम हुड्डा ने कहा था कि उपचुनाव में हमेशा सतापक्ष की जीत होती है। संगठन को लेकर उन्होंने कहा कि जल्द ही इनेलो युवा व छात्र संगठन की भी कार्यकारिणी घोषित कर दी जाएगी और पार्टी सुप्रीमों औमप्रकाश चौटाला से विचार विमर्श करने के बाद फरवरी माह में महारैली आहुत की जाएगी।
जींद उपचुनाव के निर्णय पर अभय चौटाला ने कहा कि आगे आने वाले न तो लोकसभा और न ही विधानसभा चुनाव में इसका कोई असर पडेगा और सरकार की कारगुजारियां जनता के सामने लाई जाएगी कि जींद उपचुनाव में सरकार ने किस तरह का षडयंत्र रचा था। केन्द्र सरकार द्वारा पेश किए गए आम बजट को लेकर भी नेता प्रतिपक्ष अभय चौटाला ने कहा कि यह तो आंकडो का खेल है।
इस अवसर पर जिलाध्यक्ष सतीश नांदल, पूर्व विधायक सरिता नारायण, बलवंत मायना, इन्द्र सिंह ढुल, कृष्ण कौशिक, चांद सिंह, सरोज चौधरी, मोहित चत्तर सिंह, राज शर्मा, रणबीर हुड्डा, जयभगवान ठेकेदार, ताजबीर शिमली, अतर सिंह, यादराम सरपंच, ओमप्रकाश हुड्डा, धर्मपाल मान, बल्लू सरपंच, कृष्ण कटेसरा, दलबीर, अनिल, करतार, देवेन्द्र, विष्णु, संदीप, विजेन्द्र, विशाल, रामपाल, धर्मबीर बढाला, सत्यप्रकाश बिसला, दलेल ढाका प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
(मनमोहन कथूरिया)