चंडीगढ़ : कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (आप) और जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के बीच महागठबंधन की काफी गंभीर कोशिश हो रही है। कांग्रेस नेतृत्व भी इसके लिए मन बना चुका है। तीनों दलों के नेताओं के बीच कई दौर की बैठकें हो चुकी हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के केरल दौरे से आने के बाद इस महागठबंधन पर किसी भी समय मुहर लग सकती है।
हरियाणा में आप जेजेपी और कांग्रेस के बीच महागठबंधन को लेकर बृहस्पतिवार को स्थिति पूरी तरह से साफ हो सकती है। महागठबंधन होगा या नहीं, इसका फैसला भी बृहस्पतिवार तक ही होने की उम्मीद है। इन तीनों दलों के मिलकर लड़ने की मुहिम की शुरूआत दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने की थी। उनके द्वारा इस संदर्भ में राहुल गांधी को टैग करते हुए एक ट्वीट किया गया था।
शुरूआती दौर में इसे किसी ने गंभीरता से नहीं लिया। इसके बाद जब दिल्ली में आप और कांग्रेस के बीच गठबंधन की बात चली तो केजरीवाल ने हरियाणा में भी जेजेपी को साथ लेकर चलने की बात कही। हालांकि उस दौरान कांग्रेस इसके लिए राजी नहीं थी, लेकिन अब मौजूदा राजनीतिक हालात और समीकरणों को देखते हुए कांग्रेस भी इसके लिए राजी हो चुकी है। बताते हैं कि पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के निर्देशों पर ही पार्टी के वरिष्ठ नेता इस संदर्भ में बातचीत को आगे बढ़ा रहे हैं।
(राजेश जैन)