पानीपत : सर्दी की लगातार दूसरे दिन की बरसात बृहस्पतिवार को तकरीबन पूरे दिन जारी रही। हालांकि कुछ घंटे के लिए बारिश बंद हुई पर फिर से शुरू हो गई। वहीं दो दिनों से लगातार चल रही बारिश और ठंडी हवाओं ने लोगों को ठिठुरने पर मजबूर कर दिया। जबकि पानीपत अनाज मंडी में धान के सीजन के आखरी समय में मंडियों में पड़ा धान भी भीगता हुआ नजर आया।
अनाज मंडी में किसानों का करीब एक हजार क्विंटल बासमती व 1121 धान पड़ा हुआ था, जिसे किसानों ने धान की ढेरियों पर तरपाल आदि से ढक करके उसे बारिश से भीगने से बचाने का प्रयास किया पर बारिश का पानी ढेरियों के नीचे जाने से वह भीग गई। वहीं अनाज मंडी में सैलर मालिकों द्वारा खरीदा गया करीब 900 क्विंटल बोरियों में भरा हुआ धान भी बारिश से भीग गया हालांकि कई सैलर मालिकों ने तरपाल भी ढकवाई हुई थी पर साईड से बोरिश भीग गई। वहीं मार्किट कमेटी के सचिव नरेश मान ने बताया कि बुधवार को अनाज मंडी में धान की खरीद हुई थी और बृहस्पतिवार को बारिश के चलते खरीद नहीं हो पाई।
उन्होंने बताया कि अनाज मंडी में 1121 और बासमती की करीब हजार क्विंटल धान पड़ी हुई है और उसमें से ज्यादातर शैड की नीचे है और बाकि पर तरपाल ढकी हुई है। दूसरी और बारिश और ठंडी हवाओं के चलने के कारण तापमान में भी भारी गिरावट दर्ज की गई और बृहस्पतिवार को तापमान लुढ़कर 20 डिग्री सैल्सियस तक आ गया। न्युनतम तापमान भी 14 डिग्री सैल्सियस तक रिकॉर्ड दर्ज किया। मौसम विभाग के अनुसार अभी 1 दिसंबर तक पश्चिमी विक्षोभ के कारण बारिश के आसार बने हुए हैं।
बिजली ने बढ़ाई परेशानी, दिन में भी गुल रही बिजली : पानीपत शहर में एक तरफ जहां बारिश के कारण लोगों का जीवन अस्त व्यस्त हो गया, वहीं पर बुधवार की रात के समय से ही आधे शहर की बिजली गुल रही और बृहस्पतिवार को भी शहर वासियों की बिजली ने परेशानी बढ़ाई और देर शाम तक भी बिजली सुचारू रूप से चालू नहीं हो पाई।