भिवाड़ी : बुधवार को भिवाड़ी के फू लबाग थानान्र्तगत हाउसिंग बोर्ड से 4 दिन पूर्व किडनेप हुए एक किशोर की हत्या के बाद फू लबाग थाना पुलिस ने प्रशंसनीय कार्य करते हुए मात्र 4 दिनों में पुरे घटना क्रम का खुलाशा कर किशोर युवक की लाश बरामद की। फूलबाग थानाधिकारी विक्रांत शर्मा ने बताया कि 13 जनवरी 2018 को परमेश जांगिड़ निवासी हाउसिंग बोर्ड सेक्टर-2 भिवाड़ी ने मामला दर्ज कराया मेरा पुत्र यश उम्र 15 वर्ष 13 तारीख को करीब शाम 3 बजे बाजार गया था, लेकिन देर तक ना लौटने पर शाम 7:30 बजे मैंने अपने बेटे के फोन पर कॉल की, उधर से किसी अनजान ने बात की व उसने बोला कि हमने आपके पुत्र का अपहरण कर लिया हैं अगर अपने पुत्र को जीवित वापिस चाहते हो तो नुँह हरियाणा में 40 लाख रूपए लेकर आजाओं। अगर तुमने पुलिस को सूचित किया तो तुम्हारे बेटे की लाश ही मिलेगी।
जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया व 4 टीमों का गठन किया व तलाश में उनको चारो तरफ लगा दिया। इसी बीच 14 तारीख को सुबह परमेश ने फि र से फोन किया तो किडनेपर ने ये बोला की हम कलकत्ता पहुँच गए हैं तुम रूपए लेकर ट्रेन से कलकत्ता आ जाओं। परमेश ने 40 लाख रूपए नहीं होने की बात कही तो उन्होंने 30 लाख रूपए के लिए कहां व अगले दिन 15 जनवरी को 20 लाख रूपए मांगे, अब तक किडनेपर की कोई कॉल नहीं आई थी, हर बार परमेश ही अपने बेटे के फोन पर कॉल करता रहा। 16 जनवरी को सुबह पहली बार किडनेपर ने कॉल करके बोला कि तुम 20 लाख रूपए लेकर नई दिल्ली रेलवे स्टेशन प्लेटफार्म नम्बर-12 पर पहुँचकर ट्रेन पकड़कर भागलपुर पहुँचो।
इस सूचना पर हमारी पुलिस टीम नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुँची और वहां से दो किडनेपर दीपक निवासी भिवाड़ी व साजिद दिल्ली के सीलमपुर में रहने वाले को गिरफतार किया। देर रात पुछताछ में दीपक ने जो कि कई वर्षो से भिवाड़ी में रहता हैं मूल रूप से मैरठ यूपी का रहने वाला हैं जिसने बताया कि 13 जनवरी को दीपक यश को बहला फु सला कर अपने साथ करीब 3 बजे एक स्थान पर ले गया। वहां पर दीपक, साजिद व अन्य लोगों ने मिलकर शराब पी और शाम करीब 4 बजे ही नशे में उन्होंने मिलकर यश को मार डाला। उसके पश्चात यश की लाश को धारूहेड़ा के बड़े नाले में जाकर छुपा दिया तथा उन्होंने फि रोती की रकम की मांग की। गौरतलब हैं कि दीपक करीब 3 से 4 वर्षो से यश का मित्र बना हुआ था। दीपक और यश दोंनो सूरज पब्लिक स्कूल में पढ़ते थे। वहीं उनकी दोस्ती हुई। फि लहाल यश एमएलपी स्कूल में कक्षा 9 पढ़ता था। अपने परिवार में वो इकलौता बेटा था, उससे बड़ी दो बहने भी हैं।
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(साहिब कलाम, मनोज गुप्ता)