चंडीगढ़ : हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने खाद्य, आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी एक जिले में पायलट प्रोजेक्ट के आधार पर जूट बैगों पर आधुनिक तकनीक के आरएफआईडी बैच लगाएं जाए, जिससे हर जूट बैग की जानकारी सिस्टम में दर्ज होगी कि मंडी से धान के कितने जूट बैग निकले हैं और मिल में कितने पहुंचे हैं। इस प्रकार से धान की खरीद और उसके भंडारण की सही जानकारी प्राप्त हो सकेगी।
उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट की सफलता के बाद इसे पूरे राज्य में भी लागू किया जाएगा। उप मुख्यमंत्री श्री दुष्यंत चौटाला आज खाद्य, आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में खाद्य, आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री पी. के. दास, महानिदेशक श्री पंकज अग्रवाल सहित विभाग के जिला मुख्यालयों के अधिकारी उपस्थित थे।
श्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि अगले वर्ष से जिलों में धान की खरीद के लिए एक केंद्रीय स्थान निर्धारित किया जाए और खाद्य, आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग मंडियों से धान खरीद कर इस स्थान पर रखेगा, उसके बाद मिलर्स को पहुंचाया जाएगा ताकि धान की खरीद और उसका भंडारण सही प्रकार से हो सके। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि मिलों की जांच करने के लिए जो भी टीम जाएगी उस टीम के सदस्य पर बॉडी कैमरा लगा होना चाहिए जिससे जांच की पूरी वीडियोग्राफी होगी।
उन्होंने कहा कि जिला स्तरीय टीम स्वयं जांच के लिए नहीं जाएगी, बल्कि मुख्यालय से मिल की जानकारी भेजी जाएगी तब टीम उस मिल की जांच करेगी और यदि कोई अनियमितताएं पाई गई तो एक दूसरी टीम उस मिल के स्टॉक की जांच करेगी। एक ऑनलाइन सिस्टम बनाया जाएगा और जिला स्तर पर टीमों को टैब दिए जाएंगे जिससे वे मिल के स्टॉक की जानकारी डिजिटली अपलोड करेंगे।