जींद : अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक और 10 अन्य लोगों के खिलाफ मुकद्दमा दर्ज होने के कई माह बाद भी गिरफ्तारी की कार्रवाई न होने से खफा अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति अध्यक्ष मंडल हरियाणा से जुड़े चौधरियों ने कड़ा रूख इख्तियार करने का फैसला किया हैं। समिति के प्रदेश संयोजक भरत सिंह बैनीवाल और जिला प्रधान वीरभान ढुल ने आरोपी मलिक सहित अन्यों को संरक्षण देने के पीछे भाजपा का हाथ बताया है।
उन्होंने आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर एक सप्ताह बाद बड़ा आंदोलन छेडऩे का ऐलान किया हैं। जींद की जाट धर्मशाला में बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए समिति के संयोजक भरत सिंह बैनीवाल, जिला प्रधान वीरभान ढुल ने कहा कि समाज के चंदे का गबन करने वाले यशपाल मलिक और उनके दस गुर्गों के खिलाफ बीती 17 अक्तूबर को जींद सिविल लाईन थाना में मुकद्दमा दर्ज करवाया गया था। किंतु पुलिस ने सरकार के दबाव के चक्कर में आज तक उनकी कोई गिरफ्तारी नहीं की।
यह सब जाट समाज को दो फाड़ करने की सोची-समझी चाल थी। इसी के चलते भ्रष्टाचार मुक्त का प्रचार करने वाली सरकार ने भ्रष्टाचारियों को ही संरक्षण दिया। किताब सिंह भनवाला ने इस मौके पर आरोप लगाते हुए कहा कि यशपाल मलिक सहित जगमेंद्र, रामकरण दलाल, रणधीर, धीरा, रामकुमार मलिक, रामकुमार चहल, सुरेंद्र सिंह, रणधीर चहल, सत्यवान ईक्कस, रमेश कुमार, बैंक मैनेजर वेदप्रकाश ने मिलकर 37 लाख 85 हजार 522 रूपये का गबन किया था।
इसलिए इनके खिलाफ मुकद्दमा दर्ज करवाया गया था। इस मौके पर वीरभान ढुल, महासिंह देशवाल, दिलबाग दलाल, खजान सिंह बूरा, पालाराम बीबीपुर ने हा कि भाजपा ने जाटों समेत 6 जातियों के हितों पर जो कुठाराघात किया है, उसका समय आने पर हिसाब लिया जाएगा। चौधरियों ने कहा कि जो भी पार्टी अपने घोषणा पत्र में जाट समेत 6 जातियों को आरक्षण देने का टाइम बाऊंड करने के साथ-साथ आरक्षण आंदोलन के दौरान मारे गए 23 युवाओं के हत्यारों को सजा दिलवाने, बेगुनाह युवाओं को जेलों से बाहर निकालने तथा झूठे मुकद्दमों को रद्द करने की बातें शामिल करेगी, उसे समाज समर्थन देगा।
चौधरियों ने कहा कि आचार संहिता के समापन के बाद आर-पार की लड़ाई लड़ी जाएगी। इस अवसर पर राजेंद्र हुड्डा, महेंद्र जागलान, हवासिंह, होशियार सिंह गिल, आजाद चहल, ईश्वर गिल, ईश्वर कंडेला, पहलवान हवा सिंह, डॉ. दलबीर बीबीपुर, चांदरूप मलिक, जयनारायण, भलेराम बूरा, मदन मलिक, ओम सिंह सांगवान आदि चौधरियों ने कड़े तेवर दिखाएं।