अब कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा हरियाणा जा पहुंची है। इसी बीच राहुल गांधी ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि आज लड़ाई दो विचारधाराओं के बीच है। एक विचारधारा जो कुछ चुनिंदा लोगों को फायदा पहुंचाती है जबकि दूसरी विचारधारा जो किसानों, मजदूरों और अन्य लोगों की आवाज उठाती है।
आपको बता दें कि गांधी के नेतृत्व में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के राजस्थान से हरियाणा पहुंचने पर उन्होंने कहा कि महंगाई और बेरोजगारी देश को प्रभावित करने वाले सबसे बड़े मुद्दे हैं।हरियाणा के नूंह जिले में एक सभा को संबोधित करते हुए गांधी ने कहा कि देश में दो विचारधाराओं के बीच लड़ाई कोई नई बात नहीं है। यह हजारों साल से चली आ रही है।
यात्रा करने पर भाजपा नेताओं द्वारा उठाए जा रहे सवाल
कड़कड़ाती ठंड के बीच भी सुबह-सुबह बड़ी संख्या में लोग सभा में पहुंचे।कन्याकुमारी से कश्मीर तक यात्रा करने पर भाजपा नेताओं द्वारा उठाए जा रहे सवाल पर गांधी ने कहा कि वह भारत जोड़ो यात्रा के जरिए ‘‘ नफरत के बाजार में प्यार की दुकान खोल रहे हैं।’’उन्होंने कहा, ‘‘ जब ये लोग देश में जाकर नफरत फैलाते हैं, तब हमारी विचारधारा वाले लोग बाहर निकलकर प्यार व स्नेह बांटते हैं।’’गांधी ने कहा, ‘‘ यह कोई नई लड़ाई नहीं है, यह मत सोचिए कि यह लड़ाई आज की है या 21वीं सदी की है। यह लड़ाई हजारों साल पुरानी है। एक विचारधारा जो कुछ चुनिंदा लोगों को फायदा पहुंचाती है, जबकि दूसरी लोगों के दर्द, किसानों और मजदूरों की आवाज उठाती है।’’
वरिष्ठ नेताओं ने यात्रा का राज्य में स्वागत किया
गांधी ने कहा, ‘‘ यह लड़ाई चलती आ रही है और चलती जाएगी…लेकिन इस लड़ाई में कांग्रेस पार्टी की एक भूमिका है और हम सभी की एक भूमिका है। इसलिए हमने यह यात्रा शुरू की है।’’यात्रा हरियाणा के नूंह जिले के पाटन उदयपुरी से शुरू हुई। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और राज्य के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट तथा गोविंद सिंह डोटासरा राहुल गांधी के साथ ही यहां पहुंचे। वहीं हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, वरिष्ठ नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला, कुमारी शैलजा, दीपेंद्र सिंह हुड्डा, पार्टी के प्रदेश प्रमुख उदय भान, हरियाणा में कांग्रेस के नवनियुक्त प्रभारी शक्तिसिंह गोहिल सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं ने यात्रा का राज्य में स्वागत किया।स्वराज इंडिया के प्रमुख योगेंद्र यादव भी यात्रा में शामिल हुए।
भाजपा और समाजवादी पार्टी सहित सभी दलों की बात
यात्रा में मेवात से बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। एक व्यक्ति को गांधी को गुलाब का फूल देते हुए भी देखा गया।गांधी ने कहा कि उन्होंने इस यात्रा से बहुत कुछ सीखा है, जो शायद कोई कार, हवाई जहाज और हेलीकॉप्टर में बैठकर नहीं सीख सकता।गांधी ने कहा कि इन दिनों नेताओं की एक आदत बन गई है और उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि वह कांग्रेस, भाजपा और समाजवादी पार्टी सहित सभी दलों की बात कर रहे हैं।उन्होंने कहा, ‘‘ इन दिनों नेताओं और जनता के बीच एक खाई है। नेताओं को लगता है कि लोगों की बात सुनने की कोई जरूरत नहीं है और वे खुद लंबे-लंबे भाषण देते हैं। यह यात्रा इसी को बदलने का एक प्रयास है।’’
15 किलोमीटर की पदयात्रा करेंगे
उन्होंने कहा, ‘‘ हम रोजाना छह से सात घंटे चलते हैं और सभी नेता किसानों, मजदूरों, युवकों, माताओं, बेटियों, छोटे दुकानदारों, लघु व मध्यम कारोबारियों सहित सभी की आवाज सुनते हैं और उसके बाद 15 मिनट का एक भाषण देते हैं।’’
गांधी ने कहा कि उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उनके कैबिनेट मंत्री तथा राज्य में पार्टी के अन्य नेता लोगों की समस्याओं को बेहतर ढंग से समझने और उनकी शिकायतों को दूर करने के लिए महीने में एक बार कम से कम 15 किलोमीटर की पदयात्रा करेंगे।उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस अध्यक्ष को सुझाव देंगे कि जहां भी पार्टी की सरकार है, वहां के मंत्रियों तथा विधायकों को इसी तरह महीने में एक दिन पदयात्रा करने को कहा जाए।
लघु व मध्यम उद्योगों को दरकिनार कर दिया
गांधी ने कहा कि यह यात्रा यकीनन नफरत के खिलाफ है, लेकिन दो ऐसे मुद्दे हैं जो देश को सबसे अधिक प्रभावित कर रहे हैं।उन्होंने कहा, ‘‘ इनमें से सबसे बड़ा मुद्दा है बेरोजगारी का हजारों युवक मेरे पास आते हैं, किसी ने इंजीनियरिंग की है, कोई चिकित्सक बनना चाहता है, कोई न्यायपालिका में काम करना चाहता है।’’गांधी ने कहा कि उच्च शिक्षा हासिल करने के बावजूद कई युवा टैक्सी चला रहे हैं या मजदूरी कर रहे हैं।उन्होंने आरोप लगाया कि केवल पांच से सात अरबपति ही अपना मनचाहा कर सकते हैं जबकि लघु व मध्यम उद्योगों को दरकिनार