कृषि कानूनों को लेकर पंजाब-हरियाणा समेत कई राज्यों के किसान आंदोलन कर रहे हैं। कृषि कानूनों पर केंद्र सरकार लगातार किसानों को समझने में लगी है, इस बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा नेता चौधरी बीरेंद्र सिंह के एक बयान ने राजनीतिक हलचल पैदा कर दी थी है। उन्होंने कहा कि उनके लिए पार्टी और राजनीति से बढ़कर किसानों का हित है।
उन्होंने कहा कि मैं किसानों की अगुवाई करने के लिए तैयार था। अब किसानों के समर्थन में आज रोहतक में धरना दूंगा।चौधरी बीरेंद्र ने पुष्टि नहीं की है कि वह इस विरोध में शामिल होंगे या नहीं, लेकिन उनके समर्थकों का कहना है कि वह विरोध में शामिल हो सकते है।
बीरेंद्र सिंह आज 18 दिसंबर शाम 4 बजे छोटूराम चौक स्थित नीली कोठी में प्रेस कांफ्रेंस करेंगे। इस दौरान वह कई महत्वपूर्ण विषयों पर अपनी बात रखेंगे। उन्होंने कहा कि मैं किसानों की अगुवाई करने के लिए तैयार था , अब किसानों के समर्थन में आज रोहतक में धरना दूंगा।
सिंह ने कहा कि किसानों की बात करना कोई पार्टी के खिलाफ नहीं है। इस मामले में भी बात करना आवयश्क है कि लाखों किसान आंदोलन कर रहे हैं। किसान की बात करना मेरा धर्म है, अलग मोर्चा अलग पार्टी बनाने के बारे में चौधरी वीरेंद्र सिंह का कहना है कि यह खबरें निराश्रय है।
सिंह ने हाल ही में कैथल में कहा था, अगर किसान मुझसे संपर्क करते, तो मैं किसानों की अगुवाई करने के लिए तैयार था। कृषि कानूनों के बारे में किसानों की शंकाओं को दूर करने को प्राथमिकता दी जानी चाहिए, क्योंकि किसानों को लगता है कि कानून उनके लिए हानिकारक है।