चंडीगढ़ : हरियाणा में 75 पार का नारा कामयाब नहीं होने से आहत भाजपा ने अब सरकार और संगठन के बीच दूरी खत्म करने की रणनीति तैयार की है। संगठनात्मक चुनाव की तैयारियों का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अपनी कोर टीम को कार्यकर्ताओं के बीच उतार दिया।
सीएम की यह टीम राज्य के हर जिले में जाएगी और वहां के प्रमुख भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ मंत्रणा करेगी। जिलों में भाजपा की कोर कमेटी के सदस्यों से बात करने के लिए मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला, प्रांतीय संगठन महामंत्री सुरेश भट्ठ, महामंत्री संदीप जोशी और चौ. वेदपाल एडवोकेट की ड्यूटी लगाई गई है। मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव कृष्ण कुमार बेदी और अजय गौड़ भी कोर टीम के साथ मंत्रणा करेंगे।
राजनीतिक व संगठनात्मक कार्यो के लिए सीएम ने अपने दोनों सचिवों में 11-11 जिले बांट दिए हैं। उत्तर हरियाणा के सभी प्रमुख जिलों समेत करनाल कृष्ण कुमार बेदी के पास है। दक्षिण हरियाणा के सभी जिलों में गौड़ काम देखेंगे। 25 दिसंबर तक सभी जिलों में कोर टीम के साथ बैठकें कर लेने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। भाजपा की हर जिले में 10 से 12 प्रमुख लोगों की कोर टीम है।
सीएम की कोर टीम हर जिले में उन नेताओं के साथ भी मंथन करेगी, जो लोकसभा और विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा में शामिल हुए हैं। ऐसे पार्टी नेताओं को भाजपा की रीति-नीति से वाकिफ कराते हुए संगठन के चुनाव में सक्रिय और सकारात्मक भूमिका निभाने को कहा जाएगा।
जिला बैठकों में तय होगी संगठन के चुनाव की दिशा
भाजपा की जिला स्तरीय बैठकों में संगठन के चुनाव की दिशा तय की जाएगी। पहले बूथ, फिर मंडल और उसके बाद जिला तथा प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव होंगे। करीब एक दर्जन जिलों में अध्यक्ष बदले जाने हैं। प्रदेश अध्यक्ष के पद पर भी बदलाव तय है। इस पद के लिए केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रो. रामबिलास शर्मा, पूर्व मंत्री ओमप्रकाश धनखड़, सीएम के मौजूदा राजनीतिक सचिव कृष्ण कुमार बेदी, पूर्व मीडिया एडवाइजर राजीव जैन और सांसद नायब सिंह सैनी के नाम चल रहे हैं।
संगठन और सत्ता की दूरी बनी वजह
भाजपा का मानना है कि संगठन और सत्ता के बीच की दूरी की वजह से पार्टी को उम्मीद के मुताबिक सीटें नहीं मिल पाई है। भाजपा हालांकि जिला स्तर पर हार के कारणों की समीक्षा कर चुकी है, लेकिन केंद्रीय स्तर पर अभी पिछली सरकार के मंत्रियों के चुनाव हारने की तह में जाना बाकी है। इस दिशा में भाजपा हाईकमान अलग से समीक्षा करने में जुटा है।
वाजपेयी की जयंती पर प्रदेशभर में कार्यक्रम
भाजपा ने 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर मंडल स्तर पर कार्यक्रम करने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह फैसला किया गया। सीएम के राजनीतिक सचिव कृष्ण कुमार बेदी के अनुसार 25 दिसंबर के कार्यक्रम भाजपा संगठन की तरफ से रहेंगे, हालांकि सरकार अपने स्तर पर भी कार्यRम करेगी और सुशासन दिवस मनाएगी।
बेदी के अनुसार जनवरी के आखरी सप्ताह तक जिला अध्यक्ष बनेंगे और उसके बाद प्रदेश संगठन का चुनाव होगा। जिला स्तरीय कोर बैठकों के लिए शेड्यूल तैयार किया जा चुका है।