हरियाणा के भारतीय किसान यूनियन (BKU) के प्रमुख गुरनाम सिंह चादुनी ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए सोमवार को यानी आज कहा कि वे ऐसी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की रैलियों के खिलाफ विरोध जारी रखेंगे। मुख्यमंत्री को सितंबर में अधिनियमित खेत कानूनों पर सत्तारूढ़ भाजपा के बड़े पैमाने पर कार्यक्रम के एक हिस्से के रूप में हरियाणा के करनाल जिले के कैमला गांव का दौरा करने के लिए निर्धारित किया गया था।
हालांकि, किसानों के विरोध प्रदर्शन के बाद कार्यक्रम रद्द कर दिया गया था, जहां खट्टर को तीन कृषि कानूनों के “लाभों” को उजागर करने के लिए लोगों को संबोधित करना था। उन्होंने कहा हां, हमने खट्टर साहब (हरियाणा सीएम) को कैमला में रैली करने की अनुमति नहीं दी। भाजपा ने कहा कि वे हमारे आंदोलन के खिलाफ 700 रैलियां करेंगे और हम ऐसी भाजपा रैलियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे। बताते चलें कि हरियाणा पुलिस ने गांव की ओर किसानों को जाने से रोकने के लिए वाटर कैनन और लॉबड आंसूगैस के गोले का इस्तेमाल किया लेकिन वे कार्यक्रम स्थल पर पहुंच गए और कार्यक्रम की स्टेज, कुर्सियां, टेबल और फूलों के गमलों में तोड़फोड़ की।
उन्होंने एक अस्थायी हेलिपैड को भी क्षतिग्रस्त कर दिया जहां खट्टर के हेलिकॉप्टर को उतरना था। घटना के बाद हरियाणा के सीएम खट्टर ने विपक्षी दलों और राज्य बीकेयू पर लोगों को कानून और व्यवस्था को बाधित करने के लिए उकसाने का आरोप लगाया और इस बात पर जोर दिया कि केंद्र सरकार अपने नए कृषि कानूनों को रद्द नहीं करेगी। उन्होंने अपने कल के बयान में कहा कि “आज की घटना ने लोगों को एक संदेश दिया कि लोगों ने किसानों को बदनाम किया क्योंकि एक किसान का ऐसा स्वभाव नहीं है। एक किसान कम पढ़ा-लिखा या सरल हो सकता है लेकिन वह समझदार है।
सीएम खट्टर ने आगे कहा कि “अगर मुझे इस पुरे घटनाक्रम के लिए किसी को जिम्मेदार ठहराना है, तो वह गुरनाम सिंह चादुनी (भारतीय किसान यूनियन प्रमुख)है उन्हीं का एक वीडियो कल से एक दिन पहले से चल रहा है, जिसमें उन्होंने लोगों को भड़काने की कोशिश की थी।”