रेवाड़ी : सेना के जवानों को खराब खाने परोसने के मामले को उठाने वाले बीएसएफ के बर्खास्त जवान तेज बहादुर के इकलौते 20 वर्षीय पुत्र की संदिग्ध परिस्थितियों में बीती सायं गोली लगने से मौत हो गई। पिता की लाइसेंसी रिवाल्वर से ही वारदात को अंजाम दिया गया है। यह आत्महत्या का मामला है या फिर हत्या का, यह अभी साफ नहीं हो पाया है। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।
जानकारी के अनुसार मूल रूप से महेंद्रगढ़ जिले के निवासी बीएसएफ के पूर्व जवान तेज बहादुर अपने परिवार के साथ रेवाड़ी की मधु विहार कालोनी में किराये के मकान में रह रहे हैं। बताया जा रहा है कि तेज बहादुर इन दिनों कुंभ मेले में गए हुए हैं, जबकि उनकी पत्नी शर्मिला निजी कंपनी में कार्य करती है। गुरुवार देर सायं शर्मिला देवी जब ड्यूटी से घर पहुंची तो बीएसएस द्वितीय वर्ष में पढऩे वाला पुत्र रोहित का गोली लगा खून से लथपथ शव कमरे में बैड पर पड़ा हुआ था।
जिसे देखकर वह जोरों से चिल्लाई। जिसके बाद आसपास के लोग मौके पर एकत्रित हो गए। मामले की सूचना तुरंत पुलिस को दी गई। सूचना के उपरांत पुलिस एवं एफएसएल की टीम मौके पर पहुंची। प्रथम दृष्टया जांच में मोहित की कनपटी के दाई ओर गोली लगी पाई गई है तथा तकिये में भी गोली का निशान पाया गया है। पिस्तौल की मैग्जीन भी पलंग पर पड़ी हुई पाई गई है।
सूचना मिलने के उपरांत देर रात्रि राहुल के पिता तेज बहादुर भी घर पहुंच गए। उन्होंने बताया कि निजी सर्विस के लिए उन्होंने एक लाइसेंसी रिवाल्वर ली हुई है। कुंभ में जाने के कारण उन्होंने अपनी रिवाल्वर को छिपाकर रख दिया था। जिसे राहुल ने ढूंढ लिया। तथा संभवत: छेड़छाड़ करने के कारण उससे गोली चल गई, जो मात्र एक हादसा ही है।
जांच अधिकारी एएसआई दिनेश कुमार ने बताया कि मामले की गहनता से जांच की जा रही है। बेटे के लहुलूहान शव को देखकर मां सदमे में है। शुक्रवार को शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया गया है। पिता की शिकायत पर सामान्य कार्यवाही की गई है।
– शशि सैनी