फरीदाबाद: कलेक्टर के आदेशों की अवहेलना करते हुए अपने खेतों की धान की पराली जलाने के आरोप में पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। मालूम हो कि पराली जलाने से पर्यावरण को काफी नुकसान होता है और लोगों को सांस लेने में दिक्कत होती है। जहरीली गैस निकलने से आंखों में जलन होती है। पिछले दिनों दिल्ली एनसीआर में कई दिन तक स्मॉग छाया रहा था। पर्यावरण संरक्षण को लेकर जिला कलेक्टर ने किसी भी किसान को धान की पराली जलाने पर उसके खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज करने के आदेश पुलिस और कृषि एवं किसान कल्याण विभाग को दिए हुए हैं।
इस बाबत गांव पंचायती झुग्गी छांयसा के रहने वाले अमर ने थाना छांयसा पुलिस को दी शिकायत में बताया कि राकू उर्फ सतीश व उनके दो पुत्रों ने कलेक्टर के आदेशों की अवहेलना करते हुए अपने खेतों की धान की पराली जलाई है। पुलिस ने उनकी शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया। मुकदमें की जांच करने वाले अधिकारी सहायक उपनिरीक्षक तुशाकांत मौके पर गए तो शिकायतकर्ता ने बताया कि उन्होंने राकू उर्फ सतीश और उनके दोनों पुत्रों को पराली जलाते हुए नहीं देखा।
उनके बयान दर्ज करने के बाद पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ पर्यावरण को प्रदूषित करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर दिया। जांच अधिकारी तुशाकांत का कहना है कि वे आरोपियों की तलाश करने में जुटे हुए हैं। उम्मीद है कि जल्दी ही आरोपियों का पता चल जाएगा और उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।
– राकेश देव