सीबीआई की रडार पर चंडीगढ़ इंस्पेक्टर दंपति की संपत्ति, 13 लाख से अचानक बढ़कर हुई 2 करोड़ रुपये

सीबीआई की रडार पर चंडीगढ़ इंस्पेक्टर दंपति की संपत्ति, 13 लाख से अचानक बढ़कर हुई 2 करोड़ रुपये
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Chandigarh: चंडीगढ़ के इंस्पेक्टर दंपति की संपत्ति अब सीबीआई के रडार पर आ गई है। दरअसल, साल 2017-21 के बीच दंपति के पास मात्र 13 लाख रुपये थे। अब ये पैसे बढ़कर लगभग 2 करोड़ रुपये की संपत्ति हो गई है। इस मामले पर सीबीआईने मामला दर्ज कर लिया है। मामला दर्ज करने के बाद एफआईआर में बताया गया है कि चंडीगढ़ पुलिस दंपति- हरिंदर सिंह सेखों और परमजीत कौर सेखों की संपत्ति 2017 और 2021 के बीच 13.22 लाख रुपये से बढ़कर 1.85 करोड़ रुपये हो गई।

Highlights:

  • सीबीआई की रडार पर चंडीगढ़ इंस्पेक्टर दंपति की संपत्ति
  • 13 लाख से अचानक बढ़कर हुई 2 करोड़ रुपये
  • एक बड़े घर में 1.28 करोड़ रुपये की 20 फीसद हिस्सेदारी 

दंपति की संपत्ति ब्योरा

बता दें कि एफआईआर में उल्लेख किया गया है कि दंपति ने चंडीगढ़ के सेक्टर 36 में एक बड़े घर में 1.28 करोड़ रुपये की 20 फीसद हिस्सेदारी, मुल्लांपुर गरीबदास न्यू चंडीगढ़ में एक आवासीय भूखंड जिसकी कीमत 40.56 लाख रुपये इसके साथ ही 4,50,000 रुपये के आभूषण और घरेलू सामान खरीदे। इस अवधि के दौरान अन्य बातें भी सामने आई है।

अचानक कहां से आए इतने पैसे

दर्ज एफआईआर में कहा गया है कि इंस्पेक्टर हरिंदर सिंह सेखों ने 10 लाख रुपये आवंटित किए हैं– जो 2017 और 2021 के बीच अर्जित किए। वहीं, उनके 50 लाख रुपये के सकल वेतन के कम से कम एक तिहाई के बराबर है। दरअसल, सिर्फ सेक्टर 36 में उनके आवास पर रसोई के सामान के लिए हैं। इसके अलावा, 17 से 21 के बीच दंपति की आय के स्वीकृत स्रोतों में 50 लाख रुपये का वेतन, राजदीप कंपनी इंफ्रास्ट्रक्चर से चेक के माध्यम से प्राप्त 24.56 लाख रुपये। इसके साथ ही हरिंदर सेखों के नाम पर 65 लाख रुपये का गृह ऋण, एसबीआई से परमजीत कौर सेखों के नाम पर 15 लाख रुपये का स्थानांतरण शामिल है। इसके अलावा, एचडीएफसी बैंक खाते में, हरिंदर सेखों के खाते में दो अज्ञात चेक के माध्यम से प्राप्त 7 लाख रुपये और महालेखाकार से 16.44 लाख रुपये जमा किए गए।

दंपति के 1.58 करोड़ रुपये के खर्च की रूपरेखा दी

एफआईआर के अनुसार, दंपति के 1.58 करोड़ रुपये के खर्च की रूपरेखा दी गई है। इन सभी खर्चों में चेक के माध्यम से सत्यापन का इंतजार कर रहे विभिन्न व्यक्तियों को दिए गए 41.42 लाख रुपये, विभिन्न ऋण खातों में भुगतान की गई ईएमआई में 14.14 लाख रुपये के साथ ही अश्वनी नागपाल और संजीव सांभर के रूप में पहचाने गए दो व्यक्तियों को दिए गए 17.50 लाख रुपये शामिल हैं।

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