झज्जर: अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के बैनर तले राशलवाला चौक पर आयोजित भाईचारा रैली में जहां भारी तदाद में चौधरियों ने शिरकत की वहीं चौधराईनें में भारी तदाद में रैली स्थल पर पहुंची। रैली स्थल हर उम्र की महिला ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवा कर अहसास करवा दिया कि धरने में रखी जा रही मांगों का महिला वर्ग का भी पूरा समर्थन है। रैली स्थल पर जाट एकता के नाम पर जब-जब नारेबाजी हुई तो महिलाएं दोनों हाथ उठा कर जोरदार ढंग से जयघोष करती नजर आई। सभी वक्ताओं ने यशपाल मलिक को विश्वास दिलाया कि उनके नेतृत्व में समिति जो भी निर्णय लेगी समाज उसे स्वीकार करेगा।
रैली स्थल पर कई खापों प्रधान, सरपंच मौजूद रहे। धरना स्थल पर समिति की महिला नेत्री निशा चौधरी ने अपने संबोधन में भरपूर तालियां बटोरी। निशा चौधरी ने कहा कि यह भाईचारा रैली जाट बिरादरी की शान है। उन्होंने कहा कि हरियाणा के जाट आज यशपाल मलिक के नेतृत्व में एकजुट है। उन्होंने महिलाओं से अपील की कि महिलाएं बढ़-चढ़कर आयोजनों में शिरकत करके समाज कों मजबूती प्रदान करें। महिला नेत्री ने कहा कि कुछ लोग अफवाह फैला रहे है कि यशपाल मलिक बाहरी है। उन्होंने कहा कि अफवाह फैलाने वालों को शायद यह नही पता कि यशपाल मलिक हरियाणा के लोगों के दिलों में बसे है।
उन्होंने कहा कि जाट समाज अपने हकों की लड़ाई लड़ रहा है। वहीं समिति के हरियाणा प्रभारी अशोक बल्हारा ने अपने संबोधन में कहा कि कौम के कुछ जयचंद सरकार के बहकावे में आकर जाट एकता को तोडऩे की साजिश में लगे है। जिसे पूरा नही होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह भाईचारा रैली 36 बिरादरी की रैली है। उनकी लड़ाई किसी समाज या बिरादरी से नही है। उनकी लड़ाई तो सरकार से है। बल्हारा ने कहा कि जाट शांतिपूर्वक ढंग से अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे है। बल्हारा ने कहा कि आज समाज एकता के सूत्र में बंधा नजर आ रहा है।
रैली स्थल पर लगाई गई 6 एलईडी स्क्रीन
जिलाध्यक्ष जितेन्द्र उर्फ बबला ने बताया कि भाईचारा रैली में पहुंची भारी भीड़ को मंच का सारा नजारा नजर आए इसके लिए आयोजन समिति ने रैली स्थल पर 6 एलईडी स्क्रीन लगाई। जिससे लोगों को मंच पर चल रही हर गतिविधि साफ नजर आई। एलईडी स्क्रीनों के पास बैठ कर लोगों ने हुक्के की गुडग़ुडाहट के बीच वक्ताओं कों ध्यानपूर्ण ढंग से सुना। रैली में आने के लिए जाट समाज के लोग बसों, ट्रैक्टर ट्राली, कार, जीप, बाईकों में सवार होकर आए।
रैली स्थल के आसपास काफी एकड़ जमीन पर पार्किग स्थल बनाए गए थे। जोकि वाहनों से भरें नजर आए। समिति के एक हजार स्वयंसेवक व्यवस्था को संभाले रहे। मंच के पास भी स्वयंसेवक हर गतिविधि पर पैनी नजर बनाए रहे। भारी संख्या में आने वालों के लिए काफी संख्या में पानी के टैंकर मंगवाएं गए थे। गर्मी से बचने के लिए दस एकड़ में टैंट लगाया गया था जिसने लोगों को भारी राहत दी। अतिथियों के लिए भी विशाल वाटर पू्रफ टैंट लगाया गया था।
– विनीत, संजय