हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों में से जो भारतीय दूतावास के संपर्क में हैं और पांच देशों की सीमाओं पर हैं, उनकी दो दिनों में वापसी सुनिश्चित की जाएगी। यहां 46 करोड़ की विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास करने के बाद पत्रकारों से वार्ता में चौटाला ने कहा कि केंद्र सरकार के डाटा के अनुसार यूक्रेन में देश के 18 से 19 हजार नागरिक थे, जिनमें से अधिकतर विद्यार्थी हैं।
आज भी 13 फ्लाइट आ रही है
उन्होंने इसके आगे बताया कि इनमें से 13 हजार यात्री कल रात तक देश में वापिस आ गए हैं और आज भी 13 फ्लाइट आ रही है। उन्होंने बताया कि जो व्यक्ति दूतावास के संपर्क में हैं और पांच देशों की सीमा पर हैं, उनकी दो दिनों में सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने बताया कि हरियाणा के 1800 छात्र यूक्रेन में गये हुए थे, जिनमें से अधिकांश लौट चुके हैं। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि बजट सत्र के दौरान सरकार का प्रयास रहेगा कि प्रत्येक वर्ग को कवर किया जाए। इसके लिए नई योजनाएं चलाई जाएगी जिससे प्रदेश को नई दिशा मिलेगी।
पूरे हरियाणा में ड्रोन मैपिंग करवाई गई है
उन्होंने बताया कि स्वामित्व योजना के माध्यम से पूरे हरियाणा में ड्रोन मैपिंग करवाई गई है और राजस्थान, पंजाब, दिल्ली के साथ बिना किसी समस्या के सीमाएं परिभाषित हो चुकी हैं। उन्होंने कहा कि शेष हिमाचल तथा उत्तर प्रदेश के लिए सरकार का प्रयास है कि वर्ष 2022-23 में सही ढंग से लैंड मैपिंग करके जीपीएस तकनीकी के माध्यम से पिल्लर लगाए जाएं। पानीपत में लगभग 400 पिल्लर यमुना नदी के आसपास और यमुना में लैंड मैपिंग के लिए उत्तर प्रदेश व हरियाणा का एमओयू भी किया जा चुका है। उन्होंने दावा किया कि आने वाले समय में अंतरराज्यीय सीमा विवाद पूरी तरह से खत्म कर दिया जाएगा।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) में नागरिकों द्वारा रजिस्ट्रेशन के समय पूरे परिवार का डाटा अपलोड किया गया है, अब नागरिक किसी भी कॉमन सर्विस सेंटर से अपना डाटा पुन: जांच करवा सकता है, अगर बुजुर्गों की आय दो लाख रुपये से कम है, तो वे पेंशन के हकदार हैं। उन्होंने बताया कि पीपीपी के माध्यम से 28 हजार ऐसे नागरिक मिले हैं, जो कभी भी पेंशन नहीं ले रहे थे और उनकी आयु 60 वर्ष से अधिक है। सरकार का प्रयास है कि उन नागरिकों को पेंशन योजना का लाभ पहुंचाया जाए।