भिवानी : हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने 10वीं व 12वीं की वार्षिक परीक्षाओं की तारिखें घोषित कर दी हैं। बोर्ड चेयरमैन डाण् जगबीर सिंह ने बताया कि ये परीक्षाएं 7 मार्च से 3 अप्रैल तक चलेंगीं। जिनमें करीब 8 लाख 20 हजार परीक्षार्थी प्रविष्ठ होंगें। साथ ही चेयरमैन ने बोर्ड कर्मचारियों द्वारा एचटेट परीक्षाओं को लेकर उठाए जा रहे भ्रष्टाचार के आरोपों को निराधार व स्वार्थ पूर्ण बताते हुए लिखित में शिकायत आने पर जांच की बात कही। बता दें कि करीब 10.11 सालों तक शिक्षा बोर्ड की 10वीं व 12वीं की परीक्षाएं सेमेस्टर सिस्टम के आधार पर हर साल दो बार 6.6 महिने में होती थी। इस साल पहली बार बोर्ड ने सेमेस्टर सिस्टम खत्म कर ये परीक्षाएं सालों बाद साल में एक बार ली जाएंगीं।
परीक्षाओं की जानकारी देते हुए बोर्ड चेयरमैन डा. जगबीर सिंह ने बताया कि परीक्षाओं को नकल रहीत करवाने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे और साथ ही ग्राम पंचायतों व सामाजिक संगठनों का पहले की तरह सहयोग लिया जाएगा। बोर्ड चेयरमैन डाण् जगबीर सिंह ने बताया कि 10वीं की परीक्षाएं 8 मार्च से 31 मार्च तक दोपहर 12.30 से 3.30 तक होंगीए जिनमें 3 लाख 83 हजार 60 परीक्षार्थी परीक्षा देंगें। इसी प्रकार 12वीं की परीक्षाएं भी दोपहर 12.30 से दोपहर 3.30 तक होंगीए जिनमें 2 लाख 45 हजार 930 परीक्षार्थी भाग लेंगें। चेयरमैन ने बताया कि ऑॅपन की परीक्षाएं भी साथ में होगीं जिनमें 10वीं व 12वीं के एक लाख 90 हजार 167 परीक्षार्थी प्रविष्ठ होंगें।
उन्होने बताया कि सभी लङकों के दूसरे स्कूलों में परीक्षा केन्द्र बनाए जाएंगे और 30 या उससे अधिक लङकियों के उन्हे के स्कूलों में तथा 30 से कम लङकियों के दूसरे स्कूलों में परीक्षा केन्द्र बनाए जाएंगें। वहीं बोर्ड कर्मचारियों द्वारा दिसंबर में हुई एचटेट परीक्षा.2017 को लेकर लगाए जा रहे भ्रष्टाचार के आरोपों को निराधार बताया। उन्होने कहा कि कुछ कर्मचारी अपने स्वार्थ के लिए बोर्ड को बदनाम कर रहे हैं। उन्होने जेमर लगाने वाली कंपनी के लिए टैंडर ना करने तथा पूरा डाटा बोर्ड में जमा किए बिना सीसीटीवी कंपनी को 80 फिसदी पेयमेंट भूगतान के सवाल पर कहा कि सरकारी कंपनी प्रति जेमर 90 रुपये मांग रही थीए जबकि उन्होने अब जिस कंपनी से जेमर लगवाए हैं वो 44 रुपये प्रति जेमर ; जीएसटी सहितद्ध लगवा कर बोर्ड के पैसे बचाए हैं।
चेयरमैन ने सीसीटीवी कंपनी को 80 फिसदी भूगतान को समय से पहले करने पर बोर्ड के हित में बताया। साथ ही संदूर व तालों की खरीद पर वो सही जवाब नहीं दे पाए और कहा कि बिल आने पर बताया जाएगा कि किस कंपनी से और कितने में खरीदे। साथ ही चेयरमैन ने कहा कि हो सकता है कि संदूक व ताले दान दिए गए हों। चेयरमैन ने साथ ही कर्मचारियों पर ही सवाल खङे करते हुए कहा कि कुछ कर्मचारी अपने स्वार्थ के लिए बोर्ड को बदनाम कर रहे हैं।
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(दीपक खण्डेलवाल)