चंडीगढ़ : सीनियर एडवोकेट एसके गर्ग नरवाना तथा दो अन्य एडवोकेट पर दर्ज एफआईआर के विरोध में सोमवार को बार काउंसिल के चेयरमैन की अध्यक्षता में एक प्रतिनिधि मंडल ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मुलाकात की। पंजाब एवं हरियाणा बार काउंसिल के चेयरमैन विजेंदर सिंह अहलावत की अध्यक्षता में सचिव राजीव कासवान, बार काउंसिल ऑफ इंडिया के संयुक्त चेयरमैन अमित राणा, एग्जीक्यूटिव कमेटी के चेयरमैन प्रताप सिंह, प्रशासनिक कमेटी के चेयरमैन रणधीर सिंह बधरान, पंजाब प्रशासनिक कमेटी के चेयरमैन हरप्रीत सिंह बराड़, पूर्व चेयरमैन जयवीर यादव, पूर्व सचिव हरप्रीत ङ्क्षसह गर्चा, हरियाणा के एडिशनल एडवोकेट जनरल लोकेश सिन्हल सहित बार काउंसिल के अन्य सदस्य इस प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा बने।
सीएम मनोहर लाल के साथ मुलाकात के दौरान वहां सीआईडी के आईजी अनिल राव भी मौजूद थे। बैठक के दौरान प्रतिनिधि मंडल ने सीनियर एडवोकेट एसके गर्ग नरवाना सहित दो अन्य एडवोकेट पर दर्ज एफआईआर को खारिज करने के लिए ज्ञापन सौंपा। इस बातचीत के दौरान प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि पंचकूला पुलिस ने जिस प्रकार जल्दबाजी में तीनों एडवोकेट पर एफआईआर दर्ज की है उससे हरियाणा, पंजाब और चंडीगढ़ के वकीलों के बीच भारी नाराजगी है।
एफआईआर से स्पष्ट हो जाता है कि एसके गर्ग नरवाना ने अपने मुवक्किल को लीगल और प्रोफेश्नल सेवाएं दी हैं, इसके अतिरिक्त उन्होंने कोई अपराध नहीं किया है। आरोपों की सही पड़ताल किए बिना वकीलों पर एफआईआर दर्ज करने में इतनी जल्दबाजी न केवल लीगल प्रोफेशन को प्रभावित करता है बल्कि न्याय प्रक्रिया में बाधा उत्पन्न करने के साथ ही लोगों के इस प्रोफेशन के प्रति विश्वास को भी आहत करता है।
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– आहूजा