गुहला चीका : यहां गांव बदसुई में मंदिर व गुरुद्वारे के चल रहे जमीन के विवाद का विषय बनी दीवार को आज गुहला प्रशासन ने मौके पर जेसीबी मशीन के साथ उखड़वा दिया है। मौके पर जानकारी देते हुए एसडीएम गुहला संजय कुमार ने बताया कि मंदिर व गुरुद्वारे के विवाद का विषय बनी दीवार को उन्होंनेे जेसीबी मशीन के साथ उखड़वा दिया है। उन्होंने बताया कि गांव बदसुई में सभी लोगों की मंदिर व गुरुद्वारा साहिब के प्रति गहरी आस्था है। सभी गांव वासी मंदिर में भी जातेे हैं और गुरुद्वारा साहिब में भी जातेे हैं।
गांव वासियों की दोनों धार्मिक स्थानों के प्रति भारी आस्था है। सभी ग्रामवासी दोनों धार्मिक स्थानों की पूजा करते हैं। आपको बता दें कि गांव बदसूई में एक ही परिसर में बने मंदिर व गुरुद्वारे के बीच दीवार बनाने को लेकर उठे विवाद में एक व्यक्ति की जान चली गई जबकि डेढ़ दर्जन से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यह वही मंदिर व गुरुद्वारा है जिसे इलाके भर में एकता की मिसाल के तौर पर पेश किया जाता था। मंदिर में धर्मशाला का कमरा बनाने के लिए एमपी कोटे से सरकारी ग्रांट आई थी।
ग्रांट लगाने के लिए मंदिर वगुरुद्वारे के बीच दीवार करके दोनों के परिसर अलग अलग करने की बात आई। अब यह दीवार बने कहां..इसको लेकर शुरू हुआ विवाद इतना बढ़ गया कि लाठियां गंडासियां निकल आई और नतीजा एक आदमी की हत्या और दर्जनों के घायल होने के रूप में निकला। झगड़े में घायल हुए लोगों को पहले गुहला के सरकारी अस्तपताल में लाया गया मगर उनकी गंभीर हालत को देखते हुए उनमें से 17 घायलों को सिविल अस्पताल कैथल के लिए रेफर कर दिया गया, परंतु शमशेर सिंह को इलाज के लिए पटियाला भेजा गया। ‘
पटियाला के एक निजी अस्पताल में शमशेर सिंह की मौत हो गई। एसडीएम गुहला ने बताया कि जमीन के विवाद के चलते उक्त दीवार को करवा दिया है जो विवाद का विषय बनी हुई थी। उन्होंने बताया कि गांव में शांति बनी हुई है। उन्होंनेे बताया की लड़ाई के दौरान जिस व्यक्ति की मृत्युुु हुई है। उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया है। अब गांव में माहौल शांतिप्रिय है। उन्होंने गांव वासियों से अनुुरोध किया है कि गांव में शांति बनाए रखें और आपसी भाईचारे से मिलकर रहे।