आपको बता दे कि हिंसा के लिए लोगों को भड़काने के आरोप में नूंह के फिरोजपुर झिरका विधानसभा क्षेत्र से विधायक मामन को हिंसा मामले की जांच कर रही एसआईटी ने पहले 25 अगस्त को नोटिस देकर 31 अगस्त को जांच में शामिल होने के लिए बुलाया था। वही , नोटिस के जवाब में विधायक ने मेडिकल भेज दिया कि वह बुखार से पीड़ित हैं। उसके बाद पुलिस की ओर से 5 सितंबर को दूसरा नोटिस दिया गया और 10 सितंबर को जांच में शामिल होने के लिए नूंह पुलिस लाइन बुलाया गया, लेकिन वह नहीं आए। विधायक के वकील ने बताया कि मामन खान को भी गुरुवार को ही पता चला कि उनका नाम प्राथमिकी में दर्ज है।