गुरुग्राम : शनिवार की रात को 11 बजे मिलेनियम सिटी गुरुग्राम से टोयोटो इनोवा गाड़ी में सवार एक जगुआर कार को छीनने की कोशिश की। कार में बैठे युवक के चिल्लाने की आवाज सुनकर मौके पर पहुंचे पुलिस के एसपीओ ने अपनी जान पर खेलकर घटना को घटित होने से बचा लिया। पुलिस आयुक्त ने रविवार को पत्रकार वार्ता करके कहा कि एसपीओ की बहादुरी से यह घटना होने से बच गई।
जानकारी के अनुसार शनिवार की रात को करीब 11 बजे रात कांवड़ यात्रा ड्यूटी के दौरान अतुल कटारिया चौक पर थाना सेक्टर-14 गुरुग्राम की पुलिस टीम ने थाना सेक्टर-14, गुरुग्राम में एक टोयोटा इनोवा गाड़ी में सवार दो युवकों द्वारा एक जगुआर कार को छीनने की वारदात की जानकारी दी। सूचना मिलते ही थाना सेक्टर-14 गुरुग्राम की पुलिस टीम पुलिस टीम बिना किसी देरी के घटनास्थल पर पहुंच गई, जहां नाका ड्यूटी पर तैनात मुख्य सिपाही नीरज ने लिखित शिकायत देकर कहा कि रात को वह (सिपाही नीरज) सिपाही राजेश तथा एसपीओ रामअवतार के साथ कांवड़ यात्रा ड्यूटी के दौरान नाका ड्यूटी पर अतुल कटारिया चौक पर तैनात था।
इसी बीच उसे एक युवक के चिल्लाने की आवाज आई, जो चिल्लाते हुए लूट लिया-लूट लिया कह रहा था। जिसे तीन युवक नजदीक खड़ी एक इनोवा गाड़ी में डालने की कोशिश कर रहे थे। पुलिस टीम को अपनी तरफ आते देख वह उस चिल्लाने वाले व्यक्ति को वहीं पर छोङकर और जगुआर गाड़ी को रोंग साईड से नाके की तरफ ले आए। जिसे रुकने का ईशारा किया तो ड्राइवर गाड़ी को तेज रफ्तार से लेकर जाने लगा। उसी दौरान अन्य दो गाड़ियां पायल सिनेमा की तरफ से कटारिया चौक की तरफ आ रही थी। वे रोंग साईड ले जायी जा रही जगुआर गाड़ी के सामने आकर रुक गई।
जगुआर गाड़ी के चालक ने अपने आप को घिरा देखकर गाड़ी का दरवाजा खोला और अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गया। गाड़ी का पीछा करते हुए एसपीओ जयबीर गाड़ी के पास पहुंचा और जब पिछला दरवाजा खोला तो उसमें बैठे व्यक्ति ने जान से मारने की नीयत से जयबीर पर गोली चला दी। गोली जयबीर के पेट में लगी। जब तक जयबीर संभलता, गाड़ी में से उतरकर हमलावर भी फरार हो गया।
साथियों ने घायल एसपीओ को तुरंत उपचार के लिए मेदांता मेडिसिटी अस्पताल में दाखिल कराया। इस तरह से जान पर खेलकर जयबीर वे जगुआर गाड़ी को छीनने से बचा लिया। मुख्य सिपाही नीरज की शिकायत पर थाना सेक्टर-14 में आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया।
तुरंत वीटी करके जिला पुलिस को किया अलर्ट : इस वारदात की सूचना जिला के सभी पुलिस थानों, नाकों पर दे दी गई। सूचना पाकर निरीक्षक अपराध शाखा सेक्टर-40 प्रभारी निरीक्षक अजय धनखड़ की पुलिस टीम ने तत्परता से कार्यवाही करते हुए इस मामले में वारदात को अन्जाम देने वाले आरोपी को बीती रात को ही गुरुग्राम से काबू करने में बड़ी सफलता हासिल की। आरोपी की पहचान अन्शुल उफज़् खली पुत्र श्याम सुन्दर निवासी हनुमान बगीची, झज्जर घाटी तोसामिया मौहल्ला, दादरी, थाना शहर दादरी, जिला चरखी दादरी, उम्र 27 वर्ष के रुप में हुई।
कुश्ती का खिलाड़ी है आरोपी अंशुल : आरोपी ने पूछताछ में बताया कि उसने एमडी यूनिवर्सिटी रोहतक से बीए की है। यह कुश्ती को अच्छा खिलाड़ी है। उसके दोस्त और जानकार उसे खली कहकर पुकारते है। वर्ष 2013 में उसने अपने अन्य साथियों सहित थाना साल्हावास, जिला झज्जर से एक स्विफ्ट डिजायर गाड़ी छीनी थी।
इस मामले में यह झज्जर जेल में बन्द रहा। जहां उसकी मुलाकात प्रदीप दहिया नाम के बदमाश से हुई। इसके बाद से यह विभिन्न अपराधिक प्रवृति के बदमाशों के सम्पर्क में है और अपराधिक वारदातों को अन्जाम देता रहा है।