फरीदाबाद: नगर निगम मुख्यालय पर एमसीएफ बचाओ संघर्ष समिति व अखिल भारतीय सफाई मजदूर संघ रजि द्वारा अनिश्चित कालीन धरना लगातार चौथे दिन भी जारी रहा। जिसकी अध्यक्षता समिति के वरिष्ठ नेता रामेश्वर ने की व मंच संचालन संयुक्त रूप से ओमबीर व संजय शर्मा ने किया। धरने पर समिति के प्रधान देवेन्द्र अधाना व सफाई मजदूर संघ के प्रान्तीय महामंत्री सुनील कन्डेरा विशेष तौर पर उपस्थित रहे। कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने व निगम में फैले सफाई कर्मचारी भर्ती फर्जीवाडे व सीबी चौहान के द्वारा नामो के फर्जीवाडा में कानूनी कार्यवाही की मांग कर रहे आंदोलन कारियों को आज इस समय सफलता मिलती दिखाई दी जब चंडीगढ में बेठी बडखल विधायक व मुख्य संसदीय सचिव श्रीमती सीमा त्रिखा ने धरने पर बैठे कर्मचारी नेताओं से बातचीत करेन के लिए एडवोकेट श्री अश्वनी त्रिखा को मांत्र पत्र देने की बात कही जिसमें संघर्ष समिति के प्रधान देवेन्द्र अधाना के नेतृत्व में 11 सदस्य प्रतिनिधि मंडल ने सीमा त्रिखा के निवास पर एडवोकेट श्री अश्वनी त्रिखा से मुलाकात की व 6 सूत्रीय मांग पत्र दिया।
जिसमें 155 कर्मचारियों से सम्बंधित सम्भावित बडे घोटाले को रोकने और इस सारे ऐपीसोड की जांच सीबीआई से करवाने ओर इसमे संलिप्त कर्मचारी नेताओं व निगम के अधिकारियोंं की जांच के बारे में था। निगम में जो कर्मचारी पिछले 22-23 वर्षो से काम कर रहे है तथा कच्चे रह गये है ऐसे कर्मचारियों को तत्काल रेगूलर किया जाये जिसमें एमसीएफ के 72 बेलदार, 48 नलकूप हैल्पर, 19 माली, 10 सफाई कर्मचारी, 2 फिटर हैल्पर, 3 चौकीदार, 4 इलैक्ट्रीशियन हैल्पर, 2 ड्राईवर, 1 एएसआई सफाई निरीक्ष्ज्ञण, 1 होटरी कल्चर इस्पेक्टर, 2 राज मिस्त्री, 6 पटवारी सहित लगभग 170 कर्मचारी आज भी 8100 रूपये का वेतन ले रहे है जो काफी शर्म की बात है। मांत्र पत्र में वर्ष 2004 में रेगूलर हुए कर्मचारियों की जन्म तिथि सिविल होस्पीटल बी के होस्पीटल से कराने की मांग की गयी।
कर्मचारियों की मांगों को जायज बताते हुए अश्वनी त्रिखा ने तत्काल मुख्य संसदीय सचिव सीमा त्रिखा को चंडीगढ फैक्स कर दिया। जिस पर कर्मचारी नेताओं ने संतुष्ट जाहिर की। उन्होंने बताया कि मुख्य संसदीय सचिव द्वारा सारे मामले पर मुख्यमत्री मनोहर लाल खट्टर से बात करने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर प्रतिनिधिमंडल में सुरेश कुमार, महेश कौशिक, काशीराम, नरेन्द्र, चरण सिंह, पुरन सिंह, रशीद खां, अमर सिंह, मूर्ति, उर्मीला, लाजपत शर्मा आदि उपस्थित थे।
– राकेश देव