शहर में बरसाती सीजन होने के चलते जलजनित बीमारियों ने अपने पांव पसारने शुरु कर दिए है। हालात यह हो गए कि एक ही परिवार के कई-कई सदस्य वायरल से ग्रस्त होकर सरकारी व निजी अस्पतालों में उपचार करवाने के लिए मजबूर हो रहे है। बल्लभगढ़ सिविल अस्पताल में प्रतिदिन बुखार के मरीजों की तादाद निरंतर बढ़ती जा रही है, वायरल की चपेट में आने वाले मरीजों की लम्बी कतारों के चलते अस्पताल में बैड कम पडने लगे है। हालांकि अस्पताल प्रशासन का दावा है कि वह अस्पताल में आने वाले सभी मरीजों का पूरी तरह से इलाज कर रहा है।
वहीं दूसरी ओर शहर में डेंगू, मलेरिया तथा बुखार का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। निजी व सरकारी अस्पतालों में मरीजों से वार्ड भी फुल होने लगे हैं। जिला मलेरिया विभाग की ओर से बादशाह खान अस्पताल के तीसरे तल पर बनाया गया डेंगू वार्ड फुल हो गया है, तो आपातकालीन विभाग में एक बेड पर बुखार के दो मरीज लेटे हैं। डेंगू वार्ड में मलेरिया तथा डेंगू संदिग्ध मरीजों को भर्ती किया गया है। अस्पताल की ओपीडी में भी बुखार के मामले बढ़ रहे हैं। हालांकि मलेरिया विभाग ने अब तक डेंगू के 4 मामलों की पुष्टि की है।
मलेरिया विभाग के रिकार्ड के अनुसार अब तक 70 डेंगू संदिग्ध, मलेरिया के 84 तथा स्वाइन फ्लू के 25 मामले आ चुके हैं। इसके अलावा बल्लभगढ़ शहर के कई निजी अस्पतालों में भी वायरल पीडि़तों की तादाद निरंतर बढ़ रही है। सेक्टर-आठ मकान नंबर 1816 तथा 1818 वाली पॉकेट में एक ही परिवार में कई लोग बुखार से पीडि़त हैं। मीत अग्रवाल तथा उसके भाई यश अग्रवाल बुखार की चपेट में हैं तो ऐसे ही इस सेक्टर के राहुल, निकिता मनन, महक, रोहित को भी बुखार है। ये सभी बच्चे हैं, जिनका निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है।