रोहतक : बलात्कार के दोषी गुरमीत राम रहीम को आज सजा सुनाई जाएगी। रोहतक की सुनारिया जेल में ही सीबीआई की विशेष अदालत बैठेगी जहां राम रहीम पहले से ही बंद है। सजा सुनाने के लिए सीबीआई की विशेष अदालत के जज जगदीप सिंह रोहतक पहुंचेंगे। सुरक्षा के मद्देनजर सजा सुनाने वाले सीबीआई कोर्ट के जज हेलीकॉप्टर के जरिए रोहतक जिला जेल जाएंगे। राम रहीम को दोषी ठहराए जाने के बाद डेरा समर्थकों ने जिस तरह का उत्पात मचाया उसे देखते हुए पुलिस-प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है। जेल के आसपास के इलाके में कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। अर्ध सैनिक बलों की कंपनियां तैनात हैं. रोहतक आने वाली सभी गाड़ियों की सघन तलाशी ली जा रही है। हर आने-जाने वाले से उसकी पहचान पूछी जा रही है. शहर के अदंर और बाहर बड़ी संख्या में सुरक्षाबल तैनात हैं. यहां धारा 144 लगी हुई है।
उपद्रवियों पर गोली भी चलाई जा सकती है
रोहतक के एडिशनल कमिश्नर ने कहा है कि चेतावनी न मानने पर उपद्रवियों पर गोली भी चलाई जा सकती है। जेल के दोनों तरफ 5 से 10 किलोमीटर के दायरे में किसी को जाने की इजाजत नहीं है।
मीडिया की हर ओबी वैन पर सीआरपीएफ जवान तैनात
मीडिया की गाड़ियों पर पिछले हमले को देखते हुए इस बार मीडिया की हर ओबी के साथ एक सीआरपीएफ़ जवान तैनात होगा। पुलिस और प्रशासन दावा कर रहे हैं कि अब हालात काबू से बाहर नहीं होंगे। कहा जा रहा है कि ये जाटों का इलाका है और वे गुरमीत राम रहीम में आस्था नहीं रखते इसलिए पुलिस को स्थानीय लोगों की मदद मिलने की बात कही जा रही है।
कानून हाथ में नहीं लेने देंगे : आईजी
पुलिस और प्रशासन का दावा है कि अब हालात काबू से बाहर नहीं होने दिया जाएगा। रोहतक रेंज के आईजी ने कहा, हम किसी डेरा समर्थक को उत्पात नहीं मचाने देंगे. रोहतक में किसी को भी कानून हाथ में नहीं लेने दिया जाएगा। मौजूदा तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए पंजाब के कुछ हिस्सों और पूरे हरियाणा में सभी स्कूल, कॉलेज और अन्य शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे. हालांकि चंडीगढ़ में स्कूल और कॉलेज खुले रहेंगे।
डेरा समर्थकों को निकालने का काम जारी
राम रहीम को सजा के ऐलान से पहले सिरसा में डेरा सच्चा सौदा के मुख्यालय से डेरा समर्थकों को निकालने का काम जारी है। हरियाणा रोडवेज़ की बसों का इंतज़ाम करके डेरा समर्थकों को उनके घरों को वापस भेजा जा रहा है। पुलिस और अर्धसैनिक बलों के अलावा सेना कैंप की हुई है. रविवार को कर्फ्यू में 5 घंटों की ढील दी गई थी ताकि लोग घरों से बाहर निकल कर रोजमर्रा की जरूरत के सामान ले सकें, लेकिन आज सजा के ऐलान को देखते हुए कर्फ़्यू में कोई ढील नहीं दी गई है।