चंडीगढ : पंचकूला में चल रही 8वीं नेशनल पैरा एथेलेटिक चैंपियनशिप में इंतजामों से परेशान होकर प्रधानमंत्री को ट्वीट के जरिए शिकायत भेजकर सुर्खियों में आई दिव्यांग खिलाड़ी सुवर्णा राज से जुड़ा एक और विवाद तूल पकड़ता हुआ दिखाई दे रहा है। सुवर्णा का आरोप है की उसके द्वारा शिकायत किए जाने के चलते ही उसे भारतीय पैरा ओलम्पिक कमिटी के अधिकारी उसे जानबूझ कर खेलने नहीं दे रहे हैं।
अपने इवेंट में हिस्सा लिए बिना वापस लौटी सुवर्णा के मुख्य इवेंट जेवलिन थ्रो, शॉट पुट थ्रो और व्हील चेयर रेसिंग थे। भारतीय पैरा ओलंपिक कमेटी के व्यवहार से व्यथित सुवर्णा ने जल्द ही इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने की बात भी कही है। उन्होंने कहा कि वे प्रधानमंत्री को बताएंगी कि हमसे केवल कीड़े मकोड़े की तरह व्यवहार किया जाता है। उल्रलेखनीय है कि दिल्ली से पैरा एथलेटिक मीट में भाग लेने आई सुवर्णा ने आयोजकों के स्तर पर बदइंतजामी को लेकर शिकायत जाहिर की थी।
उनके मुताबिक जहां उनके ठहरने का बंदोबस्त किया गया था, वहां के टॉयलेट का गेट इतना छोटा है कि कोई भी दिव्यांग खिलाड़ी व्हील चेयर लेकर टॉयलेट में नहीं जा सकता।उल्लेखनीय है कि इस मामले की जानकारी जैसे ही मुख्यमंत्री मनोहरलाल को पता चली तो उन्होंने समस्या का समाधान तत्काल किये जाने का भरोसा दिया था।
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