तावडू़: गांव सिलखो के समीप अरावली पहाड़ी क्षेत्र के बीच सड़क निर्माण कार्य की वजह से यातायात जाम होने के दौरान बीती रात एक हत्या की वारदात से क्षेत्र में दहशत का माहोल बन गया है। शुक्रवार की आधी रात के बाद यह वाक्या हुआ और उसमें तावडू खंड के गांव खरखड़ी के 26 वर्षीय मुनफैद उर्फ चौड़ा की गले पर गोली लगने से मौत होने की बात सामने आई है। जानकारी अनुसार कि शुक्रवार की रात करीब रात तीन बजे यह वारदात हुई। इसका सीधा शक सीआईए नूंह के चार पुलिस जवानों पर जताया गया है। पुलिस मृतक को लेकर नल्हड़ मेडीकल कालेज ले गई मगर वहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उसके बाद मृतक के शव को सामान्य अस्पताल नूंह के शव गृह में रखवा दिया गया।
मृतक मुनफैद, जोकि शादीशुदा बताया जाता है, के पिता इस्लाम पुत्र अस्सल की ओर से सामान्य अस्पताल नूंह में दो डीएसपी सुरेश कुमार और यादराम की मौजूदगी में एक बंद कार में इनके बयान कलमबद्ध कराए गए। गांव रोजकामेव में उसकी ससुराल है और वह एक बेटी का पिता बताया गया है। मृतक के पिता अस्सल के बयान में सीआईए नूंह पुलिस के चार जवानों विक्रांत, सिद्धार्थ, शक्ति सिंह और सतीश को मुनफैद की गोली मारकर हत्या के लिए नामजद किया गया है, जिनकी एक प्रति मृतक के परिजनों को दे दी गई है।
इस मामले पर तावडू थाने और नूंह अस्पताल में भी बसपा के पूर्व प्रत्याशी रहे जावेद सोहना की एक डीएसपी सुरेश कुमार से पुलिस के व्यवहार पर अधिकारियों को खरी-खरी सुनाई। नूंह अस्पताल में सुबह से रमजान चौधरी एडवोकेट, जावेद सोहना और सैंकड़ों अन्य ग्रामीण इस युवक की हत्या की सूचना मिलने के बाद जमा हो गए। उधर इस मामले की जानकारी मिलने के बाद तावडू थाने को अचानक जिला पुलिस लाइन से पुलिस बुलवाकर छावनी में तब्दील कर दिया गया। लगभग ऐसी स्थिति कई घंटों तक सरकारी अस्पताल नूंह में भी नजर आई। देर शाम मृतक के पिता अस्सल, जावेद सोहना और रमजान चौधरी आदि ने पुलिस अधीक्षक नाजनीन भसीन को मौके पर बुलाने तथा फॉरेंसिक एक्सपर्ट के माध्यम से चिकित्सकों के बोर्ड द्वारा वीडियोग्राफी कराकर मृतक मुनफैद का पंचनामा कराने की मांग उठाई है। उसके बाद सुबह से देर शाम खबर लिखे जाने तक मृतक के शव का पंचनामा नहीं हो पाया है।
(नरेश मैहंदीरत्ता)