प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के खिलाफ धन शोधन की जांच के सिलसिले में मंगलवार को हरियाणा तथा राजस्थान में कई स्थानों पर छापे मारे। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। केंद्रीय जांच एजेंसी धन शोधन रोकथाम कानून के प्रावधानों के तहत की जा रही जांच के तहत दो राज्यों में करीब 12 स्थानों पर तलाशी ले रही है।
राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA), हरियाणा पुलिस और कुछ अन्य राज्य की पुलिस ने बिश्नोई और उसके साथी सतविंदरजीत सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ के खिलाफ प्राथमिकियां दर्ज की हैं और आरोप पत्र दाखिल किए हैं। प्रवर्तन निदेशालय ने इन्हीं प्राथमिकियों एवं आरोप पत्रों के आधार पर कार्रवाई की है। अभी जेल में बंद बिश्नोई पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या मामले के आरोपियों में से एक है। प्रवर्तन निदेशालय इन आरोपों की जांच कर रहा है कि बिश्नोई और उसके गिरोह के सदस्य वसूली और मादक पदार्थ तथा हथियारों की तस्करी के जरिए भारत में जुटायी रकम कनाडा तथा अन्य देशों में भेज रहे थे जिसका इस्तेमाल खालिस्तान समर्थक कर रहे थे।
पंजाब के फाजिल्का का रहने वाला बिश्नोई 2014 के बाद से जेल में बंद है। उसे राजस्थान पुलिस के साथ एक मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया गया था। उसे 2021 में दिल्ली की तिहाड़ जेल लाया गया। बाद में 14 जून 2022 को पंजाब पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था और उसे 29 मई को पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के संबंध में पंजाब ले जाया गया। विभिन्न पुलिस एजेंसियां मामलों के संबंध में उसकी हिरासत लेती रही है और बिश्नोई अलग-अलग जेलों में जाता रहता है।
NIA ने पहले कहा था, ''जांच से पता चला है कि बिश्नोई की अगुवाई में एक आतंकवादी, गैंगस्टर और मादक पदार्थ तस्करी गिरोह कई हत्याएं करने और कारोबारियों तथा डॉक्टरों समेत पेशेवरों से वसूली में शामिल रहा है और इससे जनता के बीच भय तथा आतंक का माहौल पैदा हुआ।''
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