तीन कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसानों के आंदोलन में एक 55 वर्षीय सीमांत किसान ने बुधवार को हरियाणा के जींद जिले में एक विरोध स्थल पर जहरीला पदार्थ खाकर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। पीड़ित जि़ले सिंह कई महीनों से खटकर टोल प्लाजा पर विरोध स्थल पर किसानों को भोजन परोसने में सक्रिय रूप से शामिल था।
उनके परिवार में पत्नी और तीन बच्चे हैं। धरना स्थल पर मौजूद किसानों ने पुलिस को बताया कि जिले सिंह पिछले कुछ दिनों से आंदोलन की नियति को लेकर अवसाद में थे। जिला बीकेयू नेता आजाद सिंह ने कहा कि जिले सिंह धरना स्थल पर अकेले थे जब उन्होंने रात में आत्महत्या की।
सुबह जब किसान धरना स्थल पर पहुंचे तो उन्होंने देखा कि वह बेहोशी की हालत में बिस्तर पर पड़ा है। उन्होंने बताया कि वहां से जहर की एक बोतल बरामद हुई है। किसानों ने बताया कि जिले सिंह अक्सर बात करता था कि सरकार किसानों की बातों को मान नहीं रही है और यह बात कहकर वह परेशान हो जाता था।