हरियाणा में किसान एक तरफ़ ख़ुश हैं तो वहीं दूसरी तरह मायूस भी है दरअसल गन्ने की फ़सल का रेट बढ़ाने को लेकर किसानों द्वारा किए जा रहे प्रदर्शन को ख़त्म किया जा चुका है यह किसानों को 17.50 करोड़ रुपये का फ़ायदा हो चुका है तो वहीं किसानों के लिए मायूसी की बात ये है कि प्रदर्शन की वजह से बँधी शुगर मिलों में करोड़ों रुपया का गन्ने का रस ख़राब हो चुका है दरअसल हरियाणा में पिछले कई दिनों से गन्ने का फसल का रेट बढ़ाने को लेकर किसानों द्वारा किया जा रहा प्रदर्शन खत्म हो चुका है।
गन्ने के रेटों में 10 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई
हरियाणा सरकार ने गन्ने के रेटों में 10 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की है। इस 10 रुपये की बढ़ोतरी से गन्ने का रेट बढ़कर 372 रुपये हो गया है। वहीं सात दिनों तक शुगर मिल बंद रहने की वजह से करीब 10 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है तो वही गन्ने के रेट बढ़ने से किसानों को 17.50 करोड़ रुपए का फायदा हुआ है।
गन्ने के रेट में इजाफा करने का फैसला किया गया
सरकार द्वारा गन्ने की फसल के रेट बढ़ाने से अब हरियाणा में गन्ने की पिराई पंजाब से ज्यादा हो गई है। सरकार के अनुसार हरियाणा की गन्ना मील पहले ही 5393 करोड़ रुपए के घाटे में चल रही है। लेकिन अब किसानों को लाभ देने के लिए गन्ने के रेट में इजाफा करने का फैसला किया गया है। यमुनानगर की अगर बात करें तो यहां सरस्वती शुगर मिल ( प्रबंधन ने इस बार 175 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई का लक्ष्य रखा है। पहले गन्ने का रेट जहां 362 रुपए प्रति क्विंटल था अब वो 372 रुपए प्रति क्विंटल किए जाने से किसानों को अब 17.50 करोड़ रुपए ज्यादा मिलेंगे।
शुगर मिल बंद रहने से हुआ किसानों को करोड़ों रुपए नुकसान
किसानों के धरना प्रदर्शन की वजह से बंद हुई शुगर मिल में करोड़ों रुपए का गन्ने का रस खराब हो गया। वही अब मशीनरी को दोबारा चलाने के लिए भारी भरकम खर्चा होने वाला है। अकेले यमुनानगर की सरस्वती शुगर मिल की बात करें तो यहां हर दिन 1 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई की जाती है।
किसानों को एरियर के तौर पर गन्ने के रेट का पैसा मिलेगा
हरियाणा सरकारकी तरफ से बीती 25 जनवरी को एक नोटिफिकेशन जारी कर गन्ने के रेट में 10 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ाने की घोषणा की गई थी। साथ ही इस नोटिफिकेशन में कहा गया था कि अब आगे किसानों को जो पर्चियां दी जाएगी पर गन्ने का रेट 372 रुपए होगा। वही पहले गन्ना बेच चुके किसानों को एरियर के तौर पर गन्ने का रेट के पैसा मिलेगा। सरस्वती शुगर मिल को किसान अभी तक करीब 75 लाख क्विंटल गन्ना बेच चुके है।