कुरुक्षेत्र : हरियाणा के नेता प्रतिपक्ष अभय चौटाला ने इनेलो कार्यकर्ताओं को सात मार्च को भारी संख्या में पार्टी द्वारा दिल्ली में आयोजित किसान रैली में पहुंचने का आह्वान करते हुए कहा कि इस रैली में एसवाईएल नहर के निर्माण सहित हरियाणा के हितों के अन्य मुद्दों को लेकर भावी संघर्ष की रूपरेखा बनाई जाएगी। उन्होंने बताया कि दिल्ली में आयोजित रैली में शामिल होने के लिए इनेलो ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल सहित सभी दलों के विधायकों और सांसदों को भी पत्र लिखकर आमंत्रित किया है, ताकि राजनीति से ऊपर उठकर हरियाणा के हितों की रक्षा के लिए सामूहिक संघर्ष किया जा सके। इनेलो नेता अभय चौटाला स्थानीय पंजाबी धर्मशाला में हलका थानेसर के कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
इस कार्यकर्ता सम्मेलन को इनेलो प्रदेशाध्यक्ष अशोक अरोड़ा, सांसद रामकुमार कश्यप, प्रदेश महासचिव बूटा सिंह लुखी, प्रदेश कार्यकार्यरिणी सदस्य मायाराम चंद्रभानपुरा, जिला प्रधान कुलदीप सिंह मुलतानी, हलका प्रधान रणबीर सिंह किरमिच, डा संतोष दहिया, कलावती सैन, महिला प्रकोष्ठ की जिला प्रधान सुरजीत कौर, रामस्वरूप चोपड़ा, सतबीर शर्मा, नगर पार्षद संदीप टेका, पूर्व पार्षद नरेंद्र शर्मा, विवेक मेहता विक्की, पार्षद नितिन भारद्वाज लाली, कृष्ण गुप्ता, जोगेंद्र सिंह, पंकज चोचड़ा, नलिन गोयल, नितिन गोयल, सोहन लाल रामगढ़, संदीप बाल्मीकि सरपंच अजराना, हलका प्रवक्ता सुरेंद्र सैनी, मोहित सैनी, युवा इनेलो जिला प्रधान सुनील राणा, बलजिंद्र सिंह बब्बू सहित अनेक पार्टी नेताओं ने संबोधित किया। कार्यक्रम में हलका प्रवक्ता सुरेंद्र सैनी, लीगल सैल के जिला प्रधान राहुल पूनिया सहित अनेक संस्थाओं की ओर से अभय चौटाला को स्मृति चिन्ह व शॉल भेंट कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में कार्यकर्ता सम्मेलन में सर्व शक्तिमहिला मंडल की प्रधान श्रीमती पी चोपड़ा, अमीन के पूर्व पंच रविंद्र कुमार, दविंद्र सिंह, पवन कुमार, मांगे राम, अमन, राहुल, अंकुर, रिंकू, अमित ने भाजपा छोड़कर इनेलो में शामिल होने की घोषणा की।
इन सभी का पार्टी में शामिल होने पर अभय चौटाला और अशोक अरोड़ा ने स्वागत किया। अभय चौटाला तथा अशोक अरोड़ा ने इस विशाल कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि इनेलो आगामी विधानसभा सत्र में एसवाईएल, दादुपुर नलवी नहर तथा मेवात कैनाल के मुद्दे उठाएगी और विधानसभा को ठप्प कर दिया जाएगा, उसी सूरत में विधानसभा सत्र चलने दिया जाएगा, जब सरकार एसवाईएल नहर बनाने, दादुपुर नहर योजना शुरू करने जैसे मामलों पर कोई ठोस आश्वासन देगी। दोनों नेताओं ने कहा कि भाजपा सरकार को हरियाणा के हितोंं से कोई वास्ता नहीं है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा एसवाईएल के निर्माण को लेकर हरियाणा के पक्ष में फैसला दिए जाने के बाद भी एसवाईएल नहर का निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया।
पिछले वर्ष सर्वदलीय बैठक में मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रधानमंत्री से मिलने का फैसला लिया गया था, लेकिन हरियाणा के कमजोर मुख्यमंत्री मनोहर लाल प्रधानमंत्री से मिलने का समय भी नहीं ले पाए। दोनों इनेलो नेताओं ने कहा कि भाजपा सरकार केवल महोत्सव मनाने में लगी हुई है। गाय, गीता और सरस्वती के नाम पर राजनीति कर रही है। प्रदेश में कानून व्यवस्था का दिवाला पिट चुका है। हरियाणा का हर वर्ग सरकार से नाराज है। कोई भी चुनावी वायदा सरकार ने पूरा नहीं किया। इसी प्रकार कांग्रेस पर कड़ा प्रहार करते हुए इनेलो नेताओंं ने कहा कि संयुक्त पंजाब के तत्कालीन मंत्री रणबीर सिंह हुड्डा ने हरियाणा के गठन का विरोध किया था और आज उन्हीं के वंशज एसवाईएल का विरोध कर रहे हैं। 1966 से 1977 तक हरियाणा केंद्र तथा पंजाब में कांग्रेस की सरकारें थी, लेकिन एसवाईएल का पानी लाने के लिए कोई प्रयास नहीं किया गया।
1977 में चौधरी देवीलाल ने मुख्यमंत्री बनते ही पंजाब में एसवाईएल के लिए जमीन अधिग्रहण करने हेतु एक करोड़ रुपया दिया और उसके बाद फिर दो करोड़ रुपये की राशि भी इनेलो के शासनकाल में दी गई। कांग्रेस ने हरियाणा विरोधी राजीव लागौेवाल समझौते का समर्थन किया था, जबकि चौधरी देवीलाल ने हरियाणा विरोधी इस समझौते का डटकर विरोध किया और चौधरी देवीलाल के विरोध के कारण ही यह समझौता रद्द हुआ। इनेलो नेताओं ने भाजपा के राज में हो रहे भ्रष्टाचार पर टिप्पणी करते हुए कहा कि गीता महोत्सव के नाम पर बहुत बड़ा घोटाला हुआ है। इसी प्रकार जनता के खून पसीने की कमाई पर महोत्सव के आयोजन पर खर्च किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने स्वयं गीता महोत्सव में भ्रष्टाचार होने की बात स्वीकार करते हुए कहा कि उनकी सरकार आगे भी इस प्रकार का खर्च करेगी।
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– रामपाल शर्मा