प्रदर्शनकारी किसानों ने मंगलवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को अंबाला में काले झंडे दिखाए, जहां वह पार्टी के महापौर और वार्ड के उम्मीदवारों के प्रचार के लिए गए थे। जैसे ही उनका काफिला अंबाला के अग्रसेन चौक से गुजर रहा था, किसानों ने इसे रोकने की कोशिश की। हालांकि, पुलिस ने उन्हें रोका और मुख्यमंत्री के लिए एक सुरक्षित मार्ग सुनिश्चित किया।
इस दौरान केंद्र के कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान हाथों में काले झंडे लिए हुए थे। खट्टर नगर निगम चुनावों के लिए भाजपा के महापौर और वार्ड उम्मीदवारों के समर्थन में एक जनसभा को संबोधित करने के लिए अंबाला गए थे। बता दें कि केन्द्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ हरियाणा और उत्तर प्रदेश से लगी दिल्ली की सीमाओं पर ठंड के कहर के बीच प्रदर्शन कर रहे किसान अपनी आगे की रणनीति तय करने के लिए मंगलवार को बैठक कर सकते हैं।
किसान यूनियन उनकी न्यूनतम समर्थन मूल्य सुनिश्चित करने वाले कानून की मांग के लिए बिहार जैसे अन्य राज्यों से समर्थन हासिल करने की कोशिश में लगी हैं। हजारों किसान करीब चार सप्ताह से दिल्ली से लगी सीमाओं पर डटे हैं। किसानों ने सोमवार को विभिन्न प्रदर्शन स्थलों पर 11-11 लोगों के समूह में एक क्रमिक भूख हड़ताल भी की थी।
कृषि मंत्रालय के संयुक्त सचिव विवेक अग्रवाल ने करीब 40 किसान संगठनों के नेताओं को रविवार को पत्र लिखकर कानून में संशोधन के पूर्व के प्रस्ताव पर अपनी आशंकाओं के बारे में उन्हें बताने और अगले चरण की वार्ता के लिए सुविधाजनक तारीख तय करने को कहा है ताकि जल्द से जल्द आंदोलन खत्म हो। किसान यूनियन के तीनों कानून वापस लिए जाने की अपनी मांग पर डटे रहने के बाद नौ दिसम्बर को छठे दौर की बातचीत रद्द कर दी गई थी।