गुरुग्राम: हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने शनिवार को गुरुग्राम विश्वविद्यालय की आधारशिला रखी और तुरंत प्रभाव से गुरुग्राम मंडल के आयुक्त डा. डी. सुरेश को नए विश्वविद्यालय का वाइस चांसलर के तौर पर पदभार भी संभालने के आदेश दिए। गांव काकरौला-भांगरौला में बनने वाले इस विश्वविद्यालय के निर्माण के लिए प्रारंभिक चरण में पांच करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। शिलान्यास से पहले गुरुग्राम विश्वविद्यालय के लिए भूमि पूजन कार्यक्रम के दौरान आयोजित यज्ञ में मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल, हरियाणा के शिक्षा मंत्रीश्री रामबिलास शर्मा तथा लोक निर्माण मंत्री राव नरबीर सिंह आदि ने आहूति भी डाली। मुख्यमंत्री ने गुरुग्राम विश्वविद्यालय आधारशिला कार्यक्रम के दौरान आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि गुरुग्राम विश्वविद्यालय के लिए अस्थाई तौर पर कार्यालय की व्यवस्था सेक्टर 51 स्थित राव तुलाराम कॉमर्स कॉलेज में की जाएगी।
इस कामर्स कॉलेज में नए शैक्षणिक सत्र से कक्षाएं शुरू होंगी। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री ने गुरुग्राम में भौंडसी व बादशाहपुर के बीच एक नया कॉलेज बनाने, गुरुग्राम रेलवे स्टेशन का विस्तार, पुराने गुरुग्राम शहर व मानेसर तक मेट्रो से जोडऩे तथा गांव झांझरौला खेड़ा से एम्स बाढ़सा वाया मुबारिकपुर तक नई सड़क के निर्माण सहित कई घोषणाएं की। मुख्यमंत्री ने ये घोषणाएं हरियाणा के लोक निर्माण मंत्री राव नरबीर सिंह की ओर से रखे गए मांग पत्र को पढ़ते हुए की और मांग पत्र की बाकी घोषणाओं का अध्ययन कराने की बात कही। इसके अतिरिक्त विधायक बिमला चौधरी की ओर से की गई मांग पर मुख्यमंत्री ने पटौदी हलके के लिए भी विकास कार्यों पर पांच करोड़ रुपए देने को स्वीकृति दी।
सीएम ने कहा बुनियादी आवश्यकताओं पर नहीं करेंगे राजनीति: मुख्यमंत्री ने कहा कि एक इंसान के लिए ‘रोटी-कपड़ा-मकान-शिक्षा-स्वास्थ्य-सम्मान’ छह बुनियादी आवश्यकताएं होती हैं, इन पर राजनीति नही करेंगे। हरियाणा सरकार ने भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए अनेक कदम उठाए है। जिसके लिए सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत राशन की दुकानों पर पीओएस मशीनें लगाई है।
एक वर्ष में किया वादा पूरा, विकास रैली में की विश्वविद्यालय की घोषणा: एक वर्ष पूर्व 10 अप्रैल, 2016 को मुख्यमंत्री ने बादशाहपुर हलके की विकास रैली के दौरान कांकरौला-भांगरौला में विश्वविद्यालय बनाने की घोषणा की थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा के विकास की कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। राज्य के पास विकास के लिए पर्याप्त बजट है। इस साल राज्य के लिए एक लाख करोड़ रुपए के बजट का प्रावधान किया गया है, जोकि उत्तर भारतीय राज्यों में सबसे अधिक है।
– सतबीर, अरोड़ा, तोमर