नई दिल्ली/चंडीगंढ़ : भारतीय जनता पार्टी ने हरियाणा में लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों की पहली सूची जारी करते हुए पांच मौजूदा सांसदों पर फिर से भरोसा जताया है, जबकि तीन नए चेहरों को चुनाव मैदान में उतारा गया है। भाजपा द्वारा जारी की गई सूची में जहां प्रदेश के जातिगत समीकरणों का ख्याल रखा गया है वहीं भाजपा की पहली सूची जारी होते ही विपक्षी राजनीतिक दलों में हलचल तेज हो गई है। भाजपा ने आज जिन प्रत्याशियों को चुनाव मैदान में उतारा है उनमें एक पंजाबी, एक ब्राह्मण, एक अहीर, एक गुर्जर, एक जाट तथा दो एससी वर्ग से संबंधित हैं।
भाजपा के केंद्रीय कार्यालय द्वारा जारी की गई सूची के अनुसार आरक्षित लोकसभा क्षेत्र अंबाला में भाजपा ने फिर से निवर्तमान सांसद रतनलाल कटारिया को चुनाव मैदान में उतारा है। हरियाणा के कुरुक्षेत्र में भाजपा ने पिछले चुनाव में राजकुमार सैनी पर भरोसा जताया था लेकिन सैनी अपनी अलग पार्टी का गठन कर चुके हैं इसलिए यहां भाजपा ने सैनी की काट करते हुए राज्य मंत्री नायब सैनी पर दांव लगाया है। करनाल लोकसभा सीट से निवर्तमान सांसद अश्विनी कुमार चोपड़ा का स्वास्थ्य ठीक नहीं होने के कारण वे चुनाव मैदान में नहीं उतरे।
पार्टी ने यहां मुख्यमंत्री मनोहर लाल के करीबी एवं संगठन से जुड़े पंजाबी समुदाय के संजय भाटिया को चुनाव मैदान में उतारा है। सोनीपत लोकसभा सीट से निवर्तमान सांसद रमेश कौशिक का लंबे समय से विरोध चल रहा था और यहां से पहलवान योगेश्वर दत्त को टिकट का प्रबल दावेदार माना जा रहा था। इसके बावजूद पार्टी ने पिछले चुनाव के दौरान कांग्रेस छोड़ भाजपा में आकर सांसद बने रमेश कौशिक को फिर से चुनाव मैदान में उतार दिया है। हरियाणा की गुरुग्राम सीट को लेकर भी कई दिनों से घमासान मचा हुआ था।
तमाम अटकलों के बावजूद भाजपा ने यहां से केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह को फिर से चुनाव मैदान में उतार दिया है। फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र में भाजपा के फैसले से सभी हतप्रभ हैं। यहां मौजूदा सांसद एवं मंत्री कृष्णपाल गुर्जर का भारी विरोध चल रहा था। भाजपा के कार्यकर्ताओं द्वारा यहां सार्वजनिक रूप से उनके विरूद्ध पोस्टर तक लगाए गए थे। इसके बावजूद आज पार्टी ने उन्हें फिर से चुनाव मैदान में उतार दिया है।
भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट पर एक बार चुनाव लड़ने से इनकार करने के बाद दोबारा सक्रिय हुए धर्मवीर सिंह फिर से भाजपा की टिकट हासिल करने में कामयाब हो गए हैं। पिछले चुनाव के दौरान सिरसा लोकसभा सीट भाजपा के हाथ से निकल गई थी। जिसके चलते यहां से कई दावेदारों के नाम चर्चा में थे लेकिन भाजपा ने इस सुरक्षित सीट पर सुनीता दुग्गल को चुनाव मैदान में उतारा है।
रोहतक और हिसार सीट पर प्रत्याशी चयन बड़ी चुनौती
रोहतक और हिसार लोकसभा सीटें ऐसी है, जो भाजपा के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। रोहतक में कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा और हिसार में जननायक जनता पार्टी के सांसद दुष्यंत चौटाला भाजपा के लिए बड़ी चुनौती है। भाजपा को इन दोनों लोकसभा सीटों पर ऐसे प्रत्याशियों की तलाश है, जो रोहतक में दीपेंद्र और हिसार में दुष्यंत व कुलदीप बिश्नोई को मात दे सके।
लिहाजा दोनों सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान फिलहाल रोक दिया गया है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह इन दोनों सीटों पर आंतरिक सर्वे करा रहे है। भाजपा हाईकमान ने अपने स्तर पर कराए गए सर्वे के आधार पर ही बाकी आठ लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा की है।
कैबिनेट मंत्री पर नहीं खेला दांव, राज्य मंत्री की निकली लाटरी
भाजपा ने हरियाणा में किसी कैबिनेट मंत्री पर टिकट का दांव नहीं खेला है। इसका संकेत भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला पहले ही दे चुके थे। उनके बयान के बाद हालांकि कैबिनेट रैैंक के मंत्रियों में आक्रोश भी पनपा, लेकिन आखिरकार बराला का संकेत सही साबित हुआ। भाजपा ने सिर्फ राज्य मंत्री नायब सिंह सैनी पर ही टिकट का दांव खेला है।
– आहूजा, राजेश